आकाशीय आतिशबाजी को लेकर जुट व्यावसायिक संघ ने जताई चिंता

 


अररिया 30अक्टूबर(हि.स.)। दीपों के पर्व दीपावली पर होने वाली आतिशबाजी एवं फोडे जाने वाले पटाखे से आग लगने की घटनाओं की आशंका को लेकर बिहार स्टेट जुट डीलर्स एसोसिएशन ने चिंता जताई है।संघ के प्रांतीय अध्यक्ष बछराज राखेचा ने अररिया के डीएम को एक पत्र भेजकर उनसे अनुरोध किया है कि इस संदर्भ में न्यायालय द्वारा निर्धारित मापदंडों एवं सरकारी निर्देशों का अनुपालन सख्ती से कराया जाए। विशेष रूप से आकाश में फटने वाले रॉकेट, स्काई लेन्टर्न आदि की बिक्री पूर्णतः प्रतिबंधित हो।

श्री राखेचा ने इस संदर्भ में जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित करते हुए लिखा है की फारबिसगंज, अररिया, नरपतगंज आदि पाट की बड़ी मंडियां हैं।जहां जुट के बड़े-बड़े गोदाम हैं तथा लाखों टन पाट का स्टॉक रहता है। पाट एक अत्यंत ज्वलनशील वस्तु है तथा चिंगारी मात्र के संपर्क आने पर ही धू-धू कर जलने लगती है।विगत वर्षों में भी पटाखों के कारण आगजनी की कई घटनाएं घट चुकी है। जिससे अगल-बगल के अन्य दुकानें एवं आवास भी इसके चपेट में आ जाते हैं।

अपने पत्र में उन्होंने तेज आवाज वाले पटाखों के फटने से होने वाले तथा चकरी, मेहताब जैसे रोशनी वाले पटाखे की वजह से होने वाले ध्वनि एवं वायु प्रदूषण का भी उल्लेख किया है,जिसकी वजह से आंखों में पानी आना,जलन होना, गले में खराश होना ,ब्रोंकाइटिस होने,दम फुलने की आशंका तथा तेज ध्वनि की वजह से कान के पर्दे विशेष रूप से बच्चों के एवं गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा