जिले में अब तक मिले डेंगू के 24 मरीज, फिलहाल एक भी मरीज एक्टिव नही: सिविल सर्जन
किशनगंज,30अक्टूबर(हि.स.)। जिले में डेंगू का प्रसार अंतिम पड़ाव पर है। इस बीच राहत वाली खबर है कि बीते कई दिनों से जिले में डेंगू का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। अब तक जिले में डेंगू के 24 मरीज मिले हैं। फिलहाल एक्टिव मरीजों एक भी नहीं हैं लेकिन रोग का खतरा अभी टला नहीं है।
अक्टूबर माह के अंत तक संक्रमण के प्रसार की संभावना बनी हुई है। लिहाजा लोगों को रोग से बचाव संबंधी उपायों पर गंभीरतापूर्वक अमल करने की जरूरत है। डेंगू मरीजों का इलाज विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में जारी है। प्रभावित इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर फॉगिंग का कार्य जारी है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी
डा. मंजर आलम ने बताया कि डेंगू के प्रसार का खतरा अभी बना हुआ है। लिहाजा लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। जैसे-जैसे जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ेगा मरीजों की संख्या में गिरावट की संभावना उन्होंने व्यक्त की। उन्होंने बताया कि डेंगू नियंत्रण को लेकर विभाग सक्रिय है। जांच व इलाज से जुड़े सभी जरूरी इंतजाम जिले में उपलब्ध हैं। इसकी नियमित समीक्षा की जा रही है। डेंगू संबंधी जांच के लिये जरूरी किट सभी पीएचसी के पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। वहीं प्रभावित इलाकों में रोग के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से छिड़काव के लिये टेमिफोस दवा उपलब्ध करायी गयी है। प्रभावित इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर छिड़काव का कार्य जारी है। मरीज के घर के 500 मीटर के दायरे में दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि डेंगू संबंधी मामलों में स्वास्थ्य विभाग बेहद संवदेनशील है। मरीजों की जांच से लेकर इलाज तक सभी जरूरी इंतजाम जिले में उपलब्ध हैं। सदर अस्पताल में रोगियों के इलाज के लिये विशेष वार्ड क्रियाशील हैं। वहीं सभी पीएचसी में डेंगू मरीजों के समुचित इलाज के लिये विशेष इंतजाम किये गये हैं। जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की अगुआई में अनुभवी स्वास्थ्यकर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं। उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर लोगों को फिलहाल ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। लेकिन अभी एहतियाती उपायों पर गंभीरता पूर्वक अमल करना जरूरी है।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा