जिले में 7 से 14 नवम्बर तक निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का होगा आयोजन
किशनगंज,29अक्टूबर(हि.स.)। कैंसर एक ऐसी जटिल एवं गंभीर बीमारी है जिसकी जद में आकर पूरे विश्व में हर वर्ष लाखों लोग काल के गर्भ में समा जाते हैं। ज्यादातर मरीजों में जांच के दौरान पाया जाता है कि उनका कैंसर अब आखरी चरण में पहुच चुका और वैसी स्थिति में उपचार संभव नहीं होता है। चिकित्सक एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि कैंसर का उपचार शुरुआती लक्षणों को पहचानने के उपरांत ही संभव है।
लक्षण नजर आते ही कैंसर की जांच करवाना कई जिंदगी बचा सकता है। जिले में आगामी 07 नवंबर को जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जायेगा। साथ ही उक्त सप्ताह में निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का आयोजन किया जायेगा। इस बाबत जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. उर्मिला कुमारी ने रविवार को गैर संचारी रोग कार्यालय में बैठक कर कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सभी कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि जिले के सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का आयोजन करने के लिए दिशा निर्देश दिया गया है। कैंसर रोग के रोकथाम एवं आम जनमानस में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विशेष प्रचार प्रसार किया जाएगा। ताकि लोग कैंसर रोग परामर्श से जागरूक हो समय पर इसकी पहचान कर सुरक्षित हो सकें।
डा० उर्मिला कुमारी ने बताया कि निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह के दौरान लगने वाले शिविर में आने वाले मरीजों को सामान्य कैंसर जैसे मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय का कैंसर इत्यादि की स्क्रीनिंग की जाएगी। जिसमें विशेष रूप से महिलाओं के कैंसर (स्तन और गर्भाशय का मुख) के स्क्रीनिंग हेतु अलग से एक कमरे की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही उसमें सामान्य कैंसर जैसे मुंह, स्तन और गर्भाशय के मुख के कैंसर इत्यादि के संभावित कारणों, लक्षणों एवं उसके बचाव के प्रति जागरूकता बढाई जाएगी। इन शिविरों में सामान्य कैंसर रोग के संदिग्ध व्यक्तियों को राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर, स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना एवं महावीर कैंसर अस्पताल पटना में उचित उपचार के लिए रेफर किया जायेगा।
सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया की यदि कैंसर रोग की सही समय पर पहचान कर ली जाए, तो इलाज द्वारा इसको नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जानकारी के आभाव में लोगों के शरीर में यह विकसित हो जाता है। जब तक लोग इसे जान पाते हैं तब तक देर हो जाती है, और लोगों को शारीरिक, मानसिक, आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ता है। जिले भर में आयोजित होने वाले निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह की जानकारी एक दिन पूर्व माइकिंग के जरिए प्रसारित किया जायेगा। साथ ही सभी शिविरों में विशेष टीम द्वारा कैंसर की स्क्रीनिंग और प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
डा. उर्मिला कुमारी ने बताया कि आम जनमानस में जागरूकता लानी होगी कि लोग अपने शरीर मे होने वाले असमान्य परिवर्तन को पहचाने। उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिविरों में सामान्य कैंसर रोग के संदिग्ध व्यक्तियों को राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना एवं महावीर कैंसर अस्पताल पटना में उचित उपचार के लिए रेफर किया जायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा