जिले के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन की रणनीति बनाने के लिए समीक्षात्मक बैठक आहूत

 


किशनगंज,26अक्टूबर(हि.स.)। जिले में संचालित स्वास्थ्य सेवाओं अंतिम व्यक्ति तक सहजता के साथ पहुंचाने के उदेश्य से जिलाधिकारी तुषार सिंगला की अध्यक्षता में सदर अस्पताल स्थित एएनएम प्रशिक्षण केंद्र सभागार में मासिक समीक्षात्मक बैठक गुरुवार को आयोजित की गयी।

समीक्षा बैठक में सर्वप्रथम सिविल सर्जन, डा. कौशल किशोर ने पुष्पगुच्छ देकर डीएम का स्वागत किया उसके बाद आयोजित समीक्षात्मक बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रखंडवार उपलब्धियों की गहन समीक्षा की गयी। इसमें मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी मामलों के साथ मिशन इंद्रधनुष, वेक्टर बॉर्न डिजीज के नियंत्रण को लेकर जिले में किये जा रहे प्रयासों के साथ लक्ष्य प्रमाणीकरण, कायाकल्प, एनकुआस, टेलीकंस्लटेशन सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करते इसके सुदृढ़ीकरण संबंधी रणनीति पर विचार किया गया।

इस क्रम में मिशन इंद्रधनुष, जिले में डेंगू संबंधी मामलों की अद्यतन स्थिति, टेली कंस्लटेशन, स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी सेवाओं का संचालन, गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, सुरक्षित प्रसव, टीबी मुक्त भारत अभियान सहित महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए डीएम ने विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये। पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़ाने, शत-प्रतिशत नियमित टीकाकरण कराने, परिवार नियोजन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से एनीमिया मुक्त अभियान को सफल बनाने, एचडब्ल्यूसी पर सभी प्रकार के कार्यक्रमों को क्रियान्वयन कराने, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई को विशेष रूप से ध्यान देने सहित आरबीएसके के तहत राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी ली।

बैठक में सिविल सर्जन, डीपीओ आईसीडीएस, एसीएमओ, डीआईओ, सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे। डीएम ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से गहनतापूर्वक चर्चा के बाद कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में सभी प्रकार की जांच यथा-एक्सरे, अल्ट्रा साउंड, रक्त जांच शत प्रतिशत होना चाहिए। इसके अलावा गुणवत्तापूर्ण सुविधाओ की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर आवश्यक कदम उठाकर सुदृढ़ किया जाए, ताकि अंतिम पायदान पर रहने वालों को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मिल सकें।

उन्होंने यह भी कहा कि सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सरकार और विभागीय स्तर पर मिलने वाली चिकित्सीय सुविधाओं को शत प्रतिशत उपलब्ध कराना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसे अनिवार्य रूप से हमलोगों को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करना होगा। स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता एवं उनकी ससमय उपस्थिति, दवाओं की आपूर्ति एवं उपलब्धता, एक्सरे, जांच सहित कई अन्य प्रकार की योजनाओं से संबंधित जानकारी ली गई।

बैठक के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई, ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था, एंबुलेंस की उपलब्धता, गर्भवती माताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं को भुगतान की स्थिति सहित कई बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। समीक्षात्मक बैठक के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों के द्वारा मरीज़ों को दी जा रही चिकित्सीय सुविधाओं को लेकर गहनतापूर्वक जानकारी ली गई। साथ ही नियमित रूप से जन आरोग्य समिति, मंगलवारीय साप्ताहिक बैठक, प्रखंड स्तरीय बैठक तथा भीएचएसएनसी, आंगनबाड़ी केन्द्रों में किशोरी समूह तथा माता बैठक का शत प्रतिशत बैठक का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि मृत्यु संबंधी कारणों की उचित पड़ताल करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी इसके निदान को लेकर प्रभावी कदम उठायें। पूर्ण टीकाकरण मामले में विभिन्न प्रखंडों के कमतर प्रदर्शन पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने इसमें सुधार का निर्देश दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा