जीविका के सहयोग से हरित खाद बनाकर दीदियां कमा सकती है 20 लाख प्रतिवर्ष : गिरिराज सिंह
बेगूसराय, 30 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि हरित खाद का उत्पादन, बिक्री और अपने खेतों में उपयोग कर जीविका दीदी प्रत्येक वर्ष 15 से 20 लख रुपये की आमदनी कर सकती हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का ग्रामीण विकास मंत्रालय तत्परता से कार्य कर रहा है।
सोमवार को दिनकर भवन में ''हरित खाद : उत्पादन, उपयोग एवं संभावनाएं'' विषय पर बेगूसराय जीविका द्वारा आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि हरित खाद का निर्माण कम लागत में सरलता से उपलब्ध होने वाले वस्तुओं गोबर, राख (बाटम ऐश), यूरिया एवं डी.ए.पी. को निर्धारित मात्रा में मिलाकर जीवाणुओं की सहायता से किया जाता है। आज यह रासायनिक खाद का एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने है। जीविका दीदियों एवं प्रगतिशील किसानों ने हरित खाद का उपयोग कर खेती के नया एवं लाभप्रद अनुभव प्राप्त किया है।
हरित खाद जीविका दीदियों के आर्थिक सशक्तीकरण का नया मार्ग भी प्रशस्त कर रहा है। उनका लक्ष्य बेगूसराय की तीन 50 हजार जीविका दीदियों को लखपति बनाना है। जिस दिन अपनी गाय, अपना खेत और अपना खाद सभी किसानों के पास होगा, उस दिन सही मायने में समाज बदल जाएगा। सभी जानते हैं कि किसान समृद्धि और राष्ट्र के विकास के मूल आधार होते हैं।
इनके कठिन मेहनत और परिश्रम के बिना हमारा जीवन सुखमय नहीं हो सकता। इन्हीं किसानों के लिए किए गए इस हरित खाद रूपी नवाचार कृषि जगत में एक सकारात्मक बदलाव का कारण बन रहा है। उन्होंने दीदियों को लखपति बनाने एवं उनके सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी रेखांकित किया।
विधायक कुंदन कुमार ने कहा कि बेगूसराय ऐतिहासिक भूमि है और हमेशा राष्ट्र को एक नई दिशा देने का कार्य किया है। यह चर्चा जीविका दीदियों के सशक्तीकरण और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगी। किसान दीदियां आने वाले बदलाव की वाहक और समाज की समृद्धि में भागीदार बनेंगी। इनकी ऊर्जा, साहस और योग्यता समाज के हर क्षेत्र में अद्वितीय योगदान करती हैं। हरित खाद का यह नवाचार, नई सीख और प्रेरणा प्रदान करेगी।
विधान पार्षद सर्वेश कुमार सिंह ने जीविका दीदियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हरित खाद की संकल्पना केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के सकारात्मक चिंतन का प्रतिफल है। हरित खाद का निर्माण एवं उपयोग बेगूसराय जिले में सर्वप्रथम वनद्वार कोठी में किया गया। इसके उपयोग के सकारात्मक परिणाम आने के बाद हरित खाद से संबंधित जानकारी जीविका से जुड़े प्रगतिशील किसान दीदियों से साझा कर हरित खाद के निर्माण एवं उपयोग के लिए प्रेरित किया गया।
जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक ने कहा कि जीविका द्वारा प्रथम चरण में 244 प्रगतिशील किसानों के साथ 277 टन हरित खाद का निर्माण किया गया, जिसमें 107 पंचायतों को शामिल किया गया था। वर्तमान में हरित खाद का निर्माण एवं उपयोग 791 किसान दीदियों द्वारा 185 पंचायतों में किया जा रहा है। अबतक कुल 1553 टन हरित खाद का उत्पादन करते हुए कुल 1270 टन का उपयोग विभिन्न फसलों में किया गया है।
एनटीपीसी के डीजीएम अभिषेक पराशर ने जीविका दीदियों को हर सहयोग का आश्वासन दिया। डीडीसी सोमेश बहादुर माथुर ने जीविका दीदियों के प्रयासों की सराहना की तथा हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया। सांसद प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर ने रासायनिक खाद पर किसानों की निर्भरता कम करना है। हरित खाद से गुणवत्तापूर्ण एवं स्वास्थ्यवर्धक उपज होती है, आय के श्रोत का सृजन भी होता है। स्थानीय स्तर पर समय से उर्वरक उपलब्ध कराया होता है, कृषि की लागत भी कम होती है। हरित खाद से मिट्टी के स्वास्थ्य और उर्वरता में भी सुधार होता है।
विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के साथ-साथ जीविका दीदियों के सामाजिक और आर्थिक स्वरूप को भी मजबूत बनाने के लिए जीविका पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। जिले की तीन लाख 33 हजार से अधिक दीदियां नई ऊंचाई तक पहुंच नित्य आगे बढ़ रही हैं। डीडीएम नाबार्ड राखी कुमारी ने कहा कि आज जीविका दीदियां मिशन लखपति से जुड़कर अपने सपनों को पूरा कर रही हरित खाद के उत्पादन एवं उपयोग की कल्पना को जीविका दीदियों ने सरजमीं पर उतार कर बदलाव की साक्षी बनी हैं।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में जीविका दीदी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि हरित खाद से कृषि का लागत मूल्य घटता है। नए आय के श्रोत का सृजन होता है एवं यह माडल लखपति दीदी के लक्ष्य को हासिल करने में मदद कर रहा है। गिरिराज सिंह ने इन लोगों के साथ संवाद भी किया। मौके पर हरित खाद पर केन्द्रित फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। मंच संचालन मनोज कुमार मधुकर एवं कोमल झा तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक राजीव रंजन ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा