बेगूसराय सदर अस्पताल के जांच में मिली बड़ी गड़बड़ी
बेगूसराय, 13 दिसम्बर (हि.स.)। बिहार के नंबर वन अस्पताल का दर्जा प्राप्त बेगूसराय सदर अस्पताल में कुछ भी ठीक नहीं है। ना यहां जरूरत के मुताबिक डॉक्टर उपस्थित हैं और ना ही जांच के लिए प्रशिक्षित कर्मी। इसका खुलासा बुधवार को निरीक्षण में हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग के रीजनल एडिशनल डायरेक्टर (आरएओ) डॉ. वीरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने बुधवार को बेगूसराय सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सेवा में कई खामियां नजर आई है। जिसे ठीक करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है।
मुंगेर रीजनल डायरेक्टर डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल के ओपीडी, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, पैथोलॉजी सहित विभिन्न क्रियाकलापों का निरीक्षण किया है। ओपीडी में दो चिकित्सकों को रहना चाहिए। लेकिन मात्र एक चिकित्सक के रहने से सिस्टम में भारी कमी है।
ओपीडी पंजी में चिकित्सक की कमी के कारण सब कुछ सही तरीके से नहीं लिखा जाता है। आंख विभाग में डॉक्टर नहीं है, सर्जरी में भी कमी है। एनसीडी सेल ठीक है, लेकिन वहां भी सभी मशीन उपलब्ध नहीं है। दांत के डॉक्टर सिर्फ दांत उखाड़ते हैं, इससे अधिक सुविधा उपलब्ध नहीं है। सुविधा के लिए सिविल सर्जन को निर्देश गया है।
डेंटल के पूरी सर्जरी की व्यवस्था की जाएगी। पैथोलॉजिस्ट नहीं है, एलटी से काम चलाया जा रहा है। अल्ट्रासाउंड के विशेषज्ञ नहीं है, कुछ लोग सीखकर ही किसी तरह से काम कर रहे हैं। एक्स-रे में ट्रेंड टेक्नीशियन नहीं है। यहां एक्स-रे केंद्र सरकार और एजेंसी के समन्वय से चलाया जा रहा है। इसकी व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सभी कमियों के संबंध में व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है। खामियों और व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति को भी लिखा जाएगा। सरकार चिकित्सा सेवा को सुव्यवस्थित करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। जल्द ही यहां सभी व्यवस्था दुरुस्त करने की कोशिश की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा