भारत विश्व में शिक्षा का केंद्र पूर्व से ही रहा है : राज्यपाल

 




पटना/रोहतास ,11 मार्च (हि.स.)। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने सोमवार को गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में कहा कि भारत विश्व में शिक्षा का केंद्र पूर्व से ही रहा है।

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा कि विश्व में नालंदा विश्व विद्यालय,तक्ष शीला समेत कई शिक्षण केंद्र रहे है। ऋग्वेद विश्व की प्राचीन लिखित वेद में शिक्षक और शिक्षिका को आचार्य और आचार्या के रूप में उद्रित है।

राज्यपाल ने कहा कि अपने देश में ब्रिटिश द्वारा 1896 में पहली सर्वे हुआ था। उस समय संयुक्त बंगाल और बिहार में शैक्षिक दर 90 प्रतिशत रही थी, जिसमे महिला और पुरुष दोनों का शैक्षिक दर समान थी। हमारी संस्कृति प्रारंभ से ही महिला उत्थान और उत्थान में महिलाओ की महत्वपूर्ण भूमिका से परिपूर्ण रही है।

मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि श्रृष्टि के निर्माण,श्रृष्टि को ज्ञान देने और श्रृष्टि की सुरक्षा में भी देवी (महिला) का ही योगदान है। हमारी संस्कृति और धर्म प्रारंभ काल से ही महिलाओं को देवी स्वरूपा के रूप में सम्मान दिया है। स्वामी विवेकानंद ने ही कहा था कि 21 सदी में विश्व का नेतृत्व भारत करेगा। आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऐसा हो रहा है । किस गुलाम मानसिकता के कारण हम गुलाम हुए थे। नारी वंदन और वसुधैव कुटुंबकम् की भावना ही सृष्टि में सम्मान दिलाता है।इस देश से ही विश्व का मार्गदर्शन पूर्व में भी हुआ है और भविष्य में होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द

/चंदा