ओवर ब्रिज स्वीकृत कराने वाले नेता पर घृणित बयानबाजी घोर निंदनीय व बेबुनियाद : पूर्व विधायक
सहरसा,19 दिसंबर (हि.स.)। ओवरब्रिज निर्माण कार्य को लेकर धरना-प्रदर्शन एवं अनर्गल बयानबाजी करने पर मंगलवार को जदयू ने प्रेस वार्ता की।मौके पर पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार ने कहा कि बीजेपी विधायक आलोक रंजन झा एवं पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने जो ओवरब्रिज स्वीकृत कराने वाले जन नेता पर बयान दिया है। वह सरासर गलत व बेबुनियाद है। समस्त जदयू परिवार इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
उन्होने कहा कि इन दोनों का राजनीतिक अस्तित्व बिल्कुल खत्म हो चुके हैं। इसलिए इस तरह की घटिया बयानबाजी कर रहे हैं। जो नेता विकास की परिभाषा नहीं जानते वह ओवर ब्रिज स्वीकृत कराने वाले नेता, जिनके सहयोग से विधायक बनें, उन्हीं पर संस्कारहीन की तरह घृणित बयानबाजी कर रहै हैं। यह सच है कि सहरसा में रेल रोड ओवरब्रिज नहीं बनने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहता है।जिस कारण सांसद दिनेश चन्द्र यादव के प्रयास से ही सहरसा मे रेल ओवरब्रिज की स्वीकृति वर्ष 1996-97 में हुई थी। अनेकों तरह की परेशानी से रेल ओवरब्रिज का निर्माण आज तक शुरू नहीं हुआ।जबकि स्थानीय व्यापारियों द्वारा उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर करने के कारण यह प्रक्रिया रुकी है। उच्च न्यायालय में मामला निष्पादन के बाद राज्य सरकार निर्माण की प्रक्रिया तुरंत शुरू करेगी।
सांसद दिनेश चन्द्र यादव कोसी क्षेत्र में बड़ी रेल लाईन, नेशनल हाईवे, 20 किलोवाट के दूर्दशन केन्द्र, केन्द्रीय विद्यालय, स्टेट हाईवे मेगा ब्रिज जैसे अनेकों योजना स्वीकृत कराई इसका लाभ यहां की जनता को मिल रहा है।आम जनता विकास के लिए सांसद श्री यादव को ही जानते हैं। इस छूटभैया नेता को नही।
सांसद प्रतिनिधि अंजुम हुसैन ने कहा कि विधायक आलोक रंजन एवं पूर्व विधायक किशोर कुमार द्वारा अनर्गल बयान देना उनकी मानसिकता को दर्शाता है।न्यायालय से फैसला आने के बाद ही ओवरब्रिज निर्माण कार्य संभव हो सकेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा