गुरुद्वारा में वैशाखी पर अरदास में सभी धर्म के लोगों ने शामिल होकर किया प्रसाद ग्रहण

 








अररिया, 13 अप्रैल(हि.स.)। फारबिसगंज के राम मनोहर लोहिया पथ स्थित गुरुद्वारा के वैशाली के मौके पर शनिवार को गुरु ग्रंथ साहब का पाठ और अरदास का आयोजन किया गया,जिसमे बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोगों के साथ साथ स्थानीय अलग अलग धर्मों के मानने वाले लोग शामिल हुए।

गुरु ग्रंथ साहब के पाठ और अरदास के बाद सभी ने लंगर के रूप में प्रसाद ग्रहण किया।मौके पर समाजिक कार्यकर्ता संजय कुमार डबलू,सुशील यादव, रणजीत सिंह,राजेंद्र यादव,अरुण निराला,कृष्णानंद ठाकुर,रामू भगत आदि शामिल थे।जो भाईचारगी और सांप्रदायिक सौहार्द्र का अलग ही मिठास घोल रहा था।

वैशाखी पर्व सिख समुदाय का मुख्य पर्व है और यह पंजाब और हरियाणा में मुख्य रूप से सिख समुदाय के द्वारा मनाया जाता है।किसानों के द्वारा अपने फसलों की कटाई की समाप्ति के बाद और नए मौसम और फसल के आगमन की खुशी में मनाया जाता है।सिख धर्म में वैशाखी का अपना महत्व है,क्योंकि 1699 में सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह ने इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी।सिख धर्म में खालसा पंथ सबसे मुख्य अध्याय है।

गुरुद्वारा में वैशाखी के मौके पर सिख धर्म के मानने वालों के साथ दूसरे धर्म के लोग भी शामिल हुए।गिरी ग्रंथ साहब का पाठ के साथ अरदास किया।जिसके बाद प्रसाद का वितरण किया गया।मौके पर सिख धर्म के मानने वालों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा