सारण में प्रशिक्षु सिपाहियों को फॉरेंसिक साइंस का दिया गया प्रशिक्षण
सारण, 17 दिसंबर (हि.स.)। बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र में बुधवार को प्रशिक्षु सिपाहियों के लिए फॉरेंसिक साइंस विषय पर एक दिवसीय व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया।
इस सत्र का मुख्य उद्देश्य प्रशिक्षुओं को आधुनिक अपराध अन्वेषण की बारीकियों और वैज्ञानिक साक्ष्यों के महत्व से अवगत कराना था। इस सत्र को संबोधित करते हुए फॉरेंसिक एक्सपर्ट रत्ना राभा ने अपराध की गुत्थी सुलझाने में फॉरेंसिक विज्ञान की अपरिहार्य भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने प्रशिक्षुओं को बताया कि एक छोटा सा वैज्ञानिक साक्ष्य भी किसी जटिल केस के अनावरण में निर्णायक साबित हो सकता है। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य बिंदुओं पर व्यावहारिक जानकारी दी गई जिनमें अपराध स्थल को सुरक्षित रखने के तरीके, साक्ष्य संकलन, वैज्ञानिक विधि से फिंगरप्रिंट्स, डीएनए सैंपल और अन्य भौतिक साक्ष्यों को इकट्ठा करना, साक्ष्यों को कोर्ट में मान्य बनाने के लिए उनके संरक्षण की विधि, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का सही इस्तेमाल तथा तकनीकी जांच के बारे में दी गई।इस अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक यातायात संतोष कुमार एवं प्र पुलिस उपाधीक्षक अब्दुर रहमान दानिश भी उपस्थित रहे।
उन्होंने प्रशिक्षुओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आज के दौर में अपराधी हाई-टेक हो रहे हैं, ऐसे में पुलिस बल को भी तकनीकी रूप से दक्ष होना अनिवार्य है। अधिकारियों ने प्रशिक्षुओं को पूरी निष्ठा, अनुशासन और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ कर्तव्य निर्वहन की सीख दी। इस प्रशिक्षण सत्र से प्रशिक्षु सिपाहियों को फील्ड ड्यूटी के दौरान अपराध स्थलों पर साक्ष्यों के साथ होने वाली मानवीय गलतियों को कम करने और जांच प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय कुमार