जनजाति भागीदारी उत्सव पर 156 दुर्लभ संगीत वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी लखनऊ में आयोजित

 






सहरसा,23 नवंबर (हि.स.)। सात दिवसीय जनजाति भागीदारी उत्सव के अवसर पर 156 दुर्लभ संगीत वाद्ययंत्रों आदि राग की प्रदर्शनी लखनऊ में आयोजित किया गया। ये सभी वाद्य यंत्र सहरसा निवासी कला प्रेमी ओमप्रकाश भारती के संकलन से बागडोगरा स्थित ''हिमालय विश्व संग्रहालय'' से लाए गए थे। महोत्सव के कई आकर्षण थे। जिसमें वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी ने विशेष रूप से लखनऊ वासियों को आकर्षित किया। शायद इतने सारे आदिवासी वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी पहली बार देखा गया।

स्कूली बच्चों से लेकर लखनऊ के कला रसिक जन, विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव तथा मंत्रीगण वाद्य वीथिका को देखने आए। विशेष रूप से समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण,समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड, उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष सलाहकार अवनीश अवस्थी, मुख्य सचिव दयाशंकर मिश्र, मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति, हरिओम, प्रमुख सचिव,समाज कल्याण,विदुषी विद्या बिंदु सिंह पद्म श्री तथा विदुषी मालिनी अवस्थी का प्रदर्शनी में आना और बहुत ही महत्वपूर्ण रहा।

डॉ अतुल द्विवेदी, डॉ. प्रियंका वर्मा और डॉ. देवेन्द्र सिंह का समर्पण अभिनंदनीय है।ओमप्रकाश भारती ने बताया कि जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर 15 से 22 नवंबर को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ के परिसर में आयोजित सात दिवसीय उत्सव में तीन सौ आदिवासी कलाकारों को लेकर नृत्य संरचना कर कार्यक्रम प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय

/चंदा