डॉक्टर के इंतजार में अस्पताल चालू होने से पहले ही हो गया खंडहर में तब्दील
किशनगंज ,06 जुलाई (हि.स.)। जिले के करूवामनी पंचायत के गंधर्वडांगा में 7 वर्ष पूर्व लाखों रुपये की लागत से बनायें गए अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चालू होने से पहले धीरे धीरे खंडर में तब्दील होने लगा है।
यहां हालत ऐसे है कि आज तक अस्पताल भवन तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं बन पाया। बारिश का पानी परिसर में तीन से चार फीट जमा हो गया है। जबकि बूढ़ी कनकई नदी के कछार में अस्पताल का निर्माण करा लेने से नदी पिछले कुछ वर्षों में कटाव करते हुए नजदीक तक पहुंच गया है। स्थानीय लोगों कि माने तो हर साल नदी अस्पताल की तरफ तेजी से कटाव करती है। जल्द अस्पताल भवन को बचाने का प्रयास नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में नदी से कटाव का खतरा और बढ़ सकता है।
करूवामनी के स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दिनों हुए भारी बारिश से बूढ़ी कनकई अस्पताल भवन से ठीक पूरब 20 फिट कटा ले लगा है। अभी 60 से 70 फिट की दूरी पर नदी तेज बहाव से चल रही है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष अस्पताल एवं गंधर्वडांगा हाट के समीप कटाव करती है।
उन्होंने आगे बताया कि कटाव को देखते हुए इसकी टेलीफोनिक सूचना बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण विभाग को दे दी गई है। पर तब तक इस दिशा पर कोई काम होता नहीं दिख रहा है। वर्ष 2016-17 में 80 लाख की लागत से गंधर्वडांगा पुराना थाने के समीप 6 बेड वाला अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ है। तभी सीमावर्ती क्षेत्र को लगा था कि गांव में अस्पताल बन जाने से लोगों को इलाज के लिए प्रखंड मुख्यालय के टप्पू जाने की जरूरत नहीं होगी।
करीब दो वर्षों में समय पर अस्पताल भवन बन कर तैयार हो गया। पर आज तक डाक्टर के इंतजार में अस्पताल खंडर में तब्दील होने लगा है। डा. इनामुल हक ने बताया कि करीब एक से डेढ़ वर्ष पूर्व भवन विभाग को हैंड ओवर हुआ था। किन्ही कारणों से स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने के लिए अभी तक सड़क नहीं बन पाया। हमारे यहां डाक्टर एवं स्टाफ की कमी के कारण गंधर्वडांगा में डाक्टर की तैनाती नहीं हो पाया है। जिसकी सूचना विभाग के वरीय अधिकारियों को दी गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/गोविन्द