जिलाधिकारी हुए सख्त भू-अर्जन कार्य में लाएं तेजी अंचलाधिकारी
सारण, 4 दिसंबर (हि.स.)। जिलाधिकारी अमन समीर ने गुरुवार विभिन्न परियोजनाओं के अंतर्गत प्रक्रियाधीन भू-अर्जन के मामलों की गहन समीक्षा की। उन्होंने भारतमाला परियोजना, रामजानकी पथ, दीघा पुल के समानांतर 6-लेन केबल ब्रिज, रिविलगंज, परसा, गरखा, अमनौर, छपरा बाईपास सहित शेरपुर-दिघवारा रिंग रोड, एनएच-31 गाजीपुर-बलिया-मांझी फोर लेन, एनएच-722 सोनहो फ्लाईओवर, गोल्डेनगंज आरओबी, एसएच-73 शीतलपुर-मशरख पथ पर आरओबी और मेडिकल कॉलेज संपर्क पथ जैसी महत्वपूर्ण सड़क/पुल परियोजनाओं के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया में तेजी लाने का स्पष्ट निर्देश दिया।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को भू-अर्जन के कार्य को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल कर कार्य करने का निदेश दिया। साथ ही, सभी भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता को भू-अर्जन की प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया। जिला भू-अर्जन कार्यालय में पदस्थापित सभी 4 अपर जिला भू-अर्जन अधिकारियों को विभिन्न परियोजनाओं की जिम्मेवारी देते हुए संबंधित अंचल में कैम्प लगाकर कार्य करने का निर्देश दिया गया। उन्हें स्थल पर ही रैयतों से आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने और आने वाली समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित करने को कहा गया है।
नए प्रखंड/अंचल भवन निर्माण के लिए भूमि सीमांकन का निर्देश
जिलाधिकारी ने जिले के 13 प्रखंडों में नए प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन के निर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया, जहाँ भूमि चिन्हित कर ली गई है, वहाँ नए भवन के निर्माण के लिए दो दिनों के भीतर जमीन का सीमांकन सुनिश्चित करने को कहा गया है। अपर समाहर्त्ता की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है जिसमें संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता, प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी शामिल होंगे। यह समिति दो दिनों के अंदर सीमांकन कर रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर निर्माण की अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त कुछ पंचायतों में पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए भी जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश संबंधित अंचलाधिकारियों को दिया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय कुमार