दिनेश अग्रवाल ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष से ट्रेन परिचालन को लेकर की मुलाकात

 


-नरकटियागंज-रक्सौल भाया सिकटा रेल खंड 10 जोड़ी ट्रेन चलती थी अब केवल एक जोड़ी ही ट्रेन चलती है।

-सिकटा में लोगों ने इस बार मन बना लिया हैं कि ''रेल नहीं तो वोट नहीं''।

पश्चिम चंपारण (बगहा), 01 दिसम्बर (हि.स.)। वाल्मीकि नगर संसदीय क्षेत्र के नरकटियागंज भाया सिकटा रक्सौल रेलखंड एवं बगहा भाया नरकटियागंज पाटलिपुत्र तथा देश की राजधानी नई दिल्ली से ट्रेनों के नियमित परिचालन के लिए बगहा के स्वाभिमान ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल ने रेलवे बोर्ड अध्यक्ष, से मिलकर समस्या का समाधान करने के लिए एक ज्ञापन दिया है।

ज्ञापन में ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल ने कहा है कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की नम्बर एक संसदीय क्षेत्र (संख्या 01) वाल्मीकि नगर और बापू की कर्म भूमि चम्पारण से आता हूं। वाल्मीकीनगर लोकसभा क्षेत्र अभी भी रेलवे की सुविधाओं से कोसों दूर हैं। भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते जहां कहीं भी जाता हूं तो लोग रेल की समस्या की आवाज उठाते हैं। लोगों को भारत सरकार से बड़ी उम्मीद हैं।

उन्होंने कहा है कि उक्त लोकसभा के अंतर्गत वाल्मीकीनगर, बगहा, रामनगर तथा सिकटा विधानसभा और इसके आस पास के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की आबादी कुल मिलाकर लगभग 8 से 10 लाख के करीब हैं। इस रूट पर राजधानी पटना तक के लिए एक इंटरसिटी ट्रेन की सुविधा बहाल हैं, जिसको (15201,15202) नरकटियागंज की बजाय बगहा से शुरू किया जाय और रामनगर में एक स्टॉपेज दिया जाय। जिससे कई यह क्षेत्र सीधे पटना से जुड़ जाय। जनता की वर्षो की नाराजगी दूर हो, क्योंकि यह मांग लंबे वक्त से लंबित हैं और कई प्रयासों के बाद भी अब तक नहीं हुआ हैं।

उन्होंने कहा कि सिकटा विधानसभा क्षेत्र के लगभग दो से ढाई लाख आबादी वाला क्षेत्र रेल सुविधा के मामले में बहुत पीछे हैं, यहां के लोगों ने इस बार मन बना लिया हैं कि ''रेल नहीं तो वोट नहीं''। सिकटा को गोरखपुर सहित देश की राजधानी नई दिल्ली तथा राज्य की राजधानी पटना के लिए रेल सुविधा बहाल की जाय।

अग्रवाल ने कहा कि गोरखपुर से होते हुए नरकटियागंज भाया सिकटा रक्सौल होते हुए दरभंगा तक ट्रेन की सुविधा बहाल की जाय।उन्होंने बताया है कि पहले नरकटियागंज - रक्सौल भाया सिकटा रेल खंड 10 जोड़ी ट्रेन चलती थी अब केवल 1 जोड़ी ही ट्रेन चलती है। 2024 के चुनावी साल में यह मुद्दा विकराल रूप धारण ना कर लें, इसलिए इसका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाय।

उन्होंने कहा कि इसको गंभीरता से देखते हुए जल्द से जल्द इस पर फैसला होता है तो केंद्र सरकार के प्रति जो नाराजगी है। रेल मंत्रालय के माध्यम से केंद्र सरकार की छवि और मजबूत बन सकती हैं और आने वाले समय में सरकार की स्थिति और मजबूत हो सके इसके लिए क्षेत्रवासी आजीवन आभारी रहेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार /अरविंद नाथ तिवारी/गोविन्द