छपरा की जघन्य घटना ने बिहार की कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी: राजेश राम
पटना, 31 दिसंबर (हि.स.)। बिहार के छपरा में एक युवती की निर्मम हत्या की घटना ने पूरे बिहार को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना न सिर्फ अमानवीय और शर्मनाक है, बल्कि बिहार में कानून-व्यवस्था की भयावह स्थिति को भी उजागर करती है। जिस तरह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, वह साफ़ दर्शाता है कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पूरी तरह विफल हो चुकी है। उक्त बातें बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश राम ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहीं।
उन्होंने घटना पर गहरी चिंता और आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एफआईआर में जो तथ्य सामने आए हैं, वे बेहद गंभीर और चिंताजनक हैं। एक पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय उसे जान से मार दिया जाना, राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि आखिर अपराधी इतने निडर कैसे हो गए कि वे कानून, पुलिस और समाज—सबको खुली चुनौती दे रहे हैं।
राजेश राम ने मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष, तेज़ और पारदर्शी जांच कराई जाए। किसी भी दोषी को, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, किसी भी कीमत पर बचाया न जाए। पीड़िता के परिवार को तुरंत सुरक्षा, उचित मुआवज़ा और न्याय का भरोसा दिया जाए।
उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से सवाल करते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे तमाम दावे ज़मीन पर क्यों फेल हो रहे हैं। बिहार अब केवल काग़ज़ी आंकड़ों में नहीं, बल्कि हकीकत में सुरक्षित होना चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी इस दुखद घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है और जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, कांग्रेस की लड़ाई पूरी ताकत से जारी रहेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुरभित दत्त