कांग्रेस पार्टी किसी के बाप की बपौती नही है: तौसीफ आलम
किशनगंज,06जुलाई(हि.स.)। लोकसभा चुनाव में किशनगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डाॅ. मो. जावेद आजाद चुनाव जीत गए। चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप में चार बार के पूर्व विधायक सहित 9 पार्टी पदाधिकारियों को पार्टी से निष्कासित करने और कठोर कार्रवाई के लिए कांग्रेस जिलाध्यक्ष इमाम अली चिंटू ने बिहार प्रदेश प्रभारी को पत्र लिखा है।
पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप में पूर्व कांग्रेस विधायक तौसीफ आलम के साथ साथ पोठिया के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष आबिद आलम, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश महासचिव असगर अली पीटर, एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अमन रजा, पोठिया के जहांगीर आलम, कोचाधामन प्रखंड के जावेद इकबाल, नुरुल होदा, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष इश्तियाक असफी उर्फ बिट्टू, पूर्व कांग्रेस सोशल मीडिया प्रभारी मो. मुस्तकीम, पूर्व जिला उपाध्यक्ष नसीम अख्तर शामिल है। जिलाध्यक्ष इमाम अली चिंटू ने लोकसभा चुनाव परिणाम तुरंत आने के बाद बिहार प्रदेश प्रभारी को लिखा था।
पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष इमाम अली चिंटू पर निशाना साधते हुए कहा कि खड़गे जो बोलेंगे, इस पर सुनवाई होगी और कांग्रेस पार्टी किसी के बाप का बपौती नहीं है। इस दौरान पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने कहा कि कांग्रेस का जिलाध्यक्ष कौन है, पता नहीं मुझे। हालांकि जानकारों की मानें तो इस बार विधानसभा चुनाव में जिले का बहादुरगंज विधानसभा हॉट सीट होने की संभावना है।
किशनगंज के प्रभारी मंत्री जमा खांन को दावत देने के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक तौसीफ आलम को महंगा पड़ा है। जिलाध्यक्ष द्वारा पत्र जारी करने के बाद किशनगंज में इस मामले को लेकर जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ। हालांकि सवाल यह उठता है कि पूर्व विधायक तौसीफ आलम द्वारा प्रभारी मंत्री जमा खान को दावत देने के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष द्वारा मीडिया में निलंबित को लेकर पत्र जारी कर दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा