मुख्यमंत्री ने तीन दिवसीय बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो का किया उद्घाटन
पटना, 21 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार तीन दिवसीय बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो-2023 का दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया। उन्होंने रिमोट के माध्यम से 239.96 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित कॉम्फेड, पटना के पांच डेयरी संयंत्रों, 172.76 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित कॉम्फेड, पटना के अन्य उपस्करों का उद्घाटन तथा पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, किशनगंज का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने कॉम्फेड, पटना के पांच नए उत्पादों मिठाईयां, नमकीन, कुकीज, ब्रेड एवं पेयजल (सुधा सलिल) का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार एवं दुग्ध संघों को 10.50 करोड़ रुपये के लाभांश वितरण से संबंधित चेक प्रदान किया, जिसमें राज्य सरकार को 5.76 करोड़ रुपये एवं दुग्ध संघ को 4.74 करोड़ रुपये वितरित किये जायेगे।
बिहार वेटनरी कॉलेज, पटना के निकट स्थित परिसर में 14.31 करोड़ रुपये की लागत से कॉम्फेड के कार्यालय परिसर में निर्मित होने वाले नए कार्यालय भवन एवं मत्स्य अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र, मीठापुर, पटना में 54.35 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले मत्स्य विकास भवन का शिलान्यास किया। कॉम्फेड के कार्यालय परिसर में 3.57 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होनेवाली सुधा के कैफेटेरिया का शिलान्यास किया।
सीएम ने बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना का पशु पोषण एप लॉच किया। उन्होंने डेयरी एंड कैटल एक्सपो-2023 का भ्रमण किया। तीन दिनों तक चलने वाले बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो-2023 में कई राज्यों एवं बिहार के विभिन्न जिलों से लाये गये उन्नत नस्ल के दुधारू मवेशियों/सांढ़ों के विषय में मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी।
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के खेल मैदान में तीन दिनों तक चलने वाले बिहार डेयरी एंड कैटल एक्स्पो-2023 का आयोजन पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, कॉम्फेड तथा बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस एक्सपो में किसानों को गुणवत्तापूर्ण पशु आहार बनाने के विषय में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा देश में पशुधन की उचित देखभाल, फार्म प्रबंधन, उत्पाद निर्माण, पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन इत्यादि से संबंधित उपकरणों, दवाओं तथा अन्य सेवाओं की प्रदर्शनी एवं प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। इसमें लगभग 50 कंपनियों भाग ले रही हैं।
इस एक्सपो में पानीपत, हरियाणा से जाने माने मुर्रा नस्ल के भैंसा गोलू-2 को लाया गया है, जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र है। इस भैंसे का सीमन (फॉर आर्टिफीसियल इन्सेमीनेशन) हर साल 15 लाख में बिकता है। पानीपत के पशु मेले में इसकी कीमत 10 करोड़ रुपये लगाई गई थी। इस भैंसे के मालिक किसान पद्मश्री नरेंद्र सिंह हैं। ये किसान इस मेले में उन्नत पशुधन के बारे में जानकारी देकर बिहार के किसानों को प्रेरित करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ गोविन्द/चंद्र प्रकाश