बिहार के गया जी में दम घुटने से नानी सहित नातिन और नाती की मौत

 


गया जी, 31 दिसंबर (हि.स.)।

बिहार में गया जी जिले के फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत कुर्किहार गांव के महादलित टोला में ठंड से बचने के लिए बोरसी तापने के दौरान दम घुटने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में 60 वर्षीय मीना देवी, उनका 5 वर्षीय नाती सुजीत कुमार और 6 वर्षीय नातिन अंशी कुमारी शामिल हैं।

पुलिस के मुताबिक मंगलवार रात परिवार के चार सदस्य एक ही कमरे में सो रहे थे। ठंड से बचने के लिए कमरे में बोरसी जलाई गई थी। कमरा बंद रहने के कारण उसमें गैस भर गई और ऑक्सीजन की कमी हो गई। इसी दौरान मीना देवी और दोनों बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई।

परिजनों के अनुसार, कड़ाके की ठंड से बचने के लिए घर के अंदर बोरसी जलाई गई थी। इसी दौरान धुएं और गैस से दम घुटने की आशंका है।बुधवार सुबह जब 35 वर्षीय काजल देवी ने अपनी मां मीना देवी को जगाने की कोशिश की तो वे तीनों बेहोशी की हालत में मिले जिसके बाद तुरंत चिकित्सक को वहां बुलाया गया। चिकित्सक ने जांच के बाद नानी समेत तीनों को मृत घोषित कर दिया।

मीना देवी की बेटी बीते दो माह से अपने बच्चों के साथ मायके में रह रही थी। काजल का ससुराल फतेहपुर प्रखंड के बंधुआ स्टेशन के निकट अमरपुर दलित टोले में हैं। इनके पति सुदेशी मांझी चेन्नई में मजदूरी करते हैं। मीना देवी के पति गांगो मांझी, उनके पुत्र जितेंद्र मांझी और बालम मांझी ईंट भट्ठे दूसरे स्थानों पर काम करने गए हुए हैं।

कुर्कीहार में एक साथ तीन मौत के बाद मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। गौरकाबिल है कि15 दिन पहले वजीरगंज के दखिनगांव में बोरसी के कारण हुई घुटन से दो की लोगों की मौत हुई थी।

करीब 15 दिन पहले भी वजीरगंज के दखिनगांव में बोरसी से दम घुटने के कारण दो लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे ठंड के मौसम में इस तरह के हादसों को लेकर चिंता बढ़ गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी