ऐतिहासिक सुगौली संधि की 208वी वर्षगांठ पर बेतिया में कार्यक्रम का आयोजन

 


बेतिया,2 दिसम्बर (हि.स)। सत्याग्रह भवन में, ऐतिहासिक सुगौली संधि की 208 वी वर्षगांठ पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 1814 से 1815 तक लगभग 2 वर्षों तक भारत नेपाल युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों एवं नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।

इस अवसर पर डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता ) डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल, डॉ शाहनवाज अली, शाहीन सबा वरिष्ठ पत्रकार सह निर्देशिका मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट,डॉ अमित कुमार लोहिया,सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी ,पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 208 वर्ष पूर्व भारत नेपाल के बीच 2 वर्षों के संघर्ष के बाद चंपारण के सुगौली में ऐतिहासिक सुगौली संधि पर नेपाल की ओर से राजगुरु, गजराज मिश्र एवं भारत की ओर से लेफ्टिनेंट कर्नल पैरिस ब्रेडश ने इतिहास सुगौली संधि पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।

सुगौली संधि ने हजारों सालों से भारत एवं नेपाल के बीच चले आ रहे संबंधों को और भी मजबूती प्रदान की। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भारत नेपाल संबंधों को और भी मजबूती प्रदान करने की आवश्यकता है ताकि दोनों देशों के बीच सामाजिक कुरीतियों बाल विवाह, सीमा पार मानव व्यापार ,मादक द्रव्यों की तस्करी ,भूख ,गरीबी, कुपोषण ,अशिक्षा बीमारी से समाज को मुक्त किया जाए ताकि दक्षिण एशिया में सुख शांति समृद्धि एवं विकास आ सके एवं दक्षिण एशिया के यह देश विकसित राष्ट्र बन सके।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक़ /चंदा