17 बिहार बटालियन एनसीसी के तत्वावधान में सेना में भर्ती से संबंधित समारोह आयोजित

 




सहरसा,04 नवंबर (हि.स.)।आर्मी रिक्रूटिंग ऑफिस, कटिहार की ओर से मधेपुरा कॉलेज में समारोह का आयोजन किया गया है। 17 बिहार बटालियन एनसीसी, सहरसा के तत्वावधान में शनिवार को आयोजित इस समारोह में महाविद्यालय के काफी संख्या में छात्र छात्रा सभी एनसीसी कैडेट्स (नए एवं पुराने) को आर्मी रिक्रूटिंग की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।

आज इस जानकारी में भाग लेने छात्र छात्रा का भीड़ उमड़ पड़ा।इस अवसर पर आर्मी रिक्रूटिंग ऑफिस (एआरओ), कटिहार के मेजर बी हरिकृष्ण ने भारतीय सेना के स्थायी एवं अस्थायी बहाली की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। युवाओं को सेना में भर्ती होकर राष्ट्रसेवा करने हेतु प्रेरित किया।उन्होंने बताया कि भारतीय सेना में शामिल होना गौरव की बात है। इसके लिए जुनून, दृढ़ता एवं कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है। भारतीय सेना का हिस्सा बनना एक रोमांचक अनुभव है। इसकी एक कठिन प्रक्रिया है, जिसमें परीक्षा, प्रशिक्षण और अन्य बातें शामिल हैं।उन्होंने बताया कि सेना में आठवीं पास से लेकर स्नातक उत्तीर्ण युवाओं की विभिन्न पदों पर नियुक्ति की जाती है। सेना की सभी नियुक्तियां एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत होती है और इसमें पूरी ईमानदारी बरती जाती है। इसलिए युवाओं को कभी भी किसी बिचौलिए या दलाल आदि के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।

उन्होंने सेना में विभिन्न कमीशन आफिसर, डाक्टर, धार्मिक शिक्षक, जवान, ड्राइवर आदि विभिन्न पदों के लिए निर्धारित योग्यता एवं उससे जुड़े वेतन-भत्तों आदि की भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेना के विभिन्न पदों पर होने वाली नियुक्तियों में एनसीसी कैडेट्स के लिए लिखित परीक्षा में वेटेज का प्रावधान है। सभी कैडेट्स सेना भर्ती की विभिन्न योजनाओं में शामिल हों और अपने साथियों और अन्य जरूरतमंदों को भी इसकी जानकारी दें।

उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में आर्मी रिक्रूटिंग आफिस, कटिहार के माध्यम से बड़े पैमाने पर बहाली होने वाली है। उन्होंने सभी युवाओं को अभी से इसकी तैयारी में जुटने की अपील की।उन्होंने अग्निवीर योजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा सशस्त्र बलों की तीन सेवाओं में कमीशन अधिकारियों के पद से नीचे के सैनिकों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की गई है। इसके तहत सेना में शामिल होने वाले जवानों को ‘अग्निवीर’ के नाम से जाना जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय

/चंदा