अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन को यादकर बेतिया में अमर शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि

 


बेतिया, 24 अगस्त (हि.स.)। 24 अगस्त 1942 को भारत माता को गुलामी की बेड़ियों से आजादी दिलाने के वास्ते हंसते-हंसते अपने प्राणों को न्यौछावर कर देने वाले चंपारण के 08 नौजवानों के सम्मान में शनिवार को बेतिया स्थित शहीद स्मारक कैम्पस में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। दूसरी तरफ इस अवसर पर सत्याग्रह भवन में अमर शहीदों के तैल चित्र पर माल्यापर्ण कर एवं शहीद सपूतों के बलिदान को याद व नमन किया गया है।

24 अगस्त 2024 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से अमर शहीदों के सम्मान में श्रद्धांजलि अर्पित कर पौधारोपण भी किया गया। सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता , नवीदूं चतुर्वेदी, डॉ अमित कुमार लोहिया , डॉ शाहनवाज अली, वरिष्ठ पत्रकार डॉ अमानुल हक संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि चंपारण सत्याग्रह के गवाह रहे ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला को राष्ट्रीय स्मारक बनाया जाए । स्मरण रहे कि कई वर्षों से सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला को राष्ट्रीय स्मारक बनाने की मुहिम चला रही है।पहले भी 27 अप्रैल 2017 को चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ऐतिहासिक चंपारण सत्याग्रह स्मृति चिन्ह ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला का दुर्लभ तैल चित्र से डॉ एजाज अहमद सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा मुरली भरवा में मुख्यमंत्री को सम्मानित किया गया था। मुख्यमंत्री ने मंच से ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला को राष्ट्रीय स्मारक बनाने की बात भी कही थी।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक / चंदा कुमारी