अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मधेपुरा ने संदेशखाली में महिला उत्पीड़न को लेकर भर्त्सना की
सहरसा/मधेपुरा,04 मार्च (हि.स.)।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मधेपुरा द्वारा संदेशखाली में महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न को लेकर सोमवार को प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक सौरभ यादव ने कहा कि बंगाल की पवित्र भूमि देवी स्वरूप शक्ति की आराधनास्थली रही है।दुर्भाग्य बस वर्तमान में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वोट बैंक की संकीर्ण राजनीति के चलते महिलाओं की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वाली ताकते अपने चरम पर है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना की कठोरता से भ्रत्सना करती है। ऐतिहासिक परिपेक्ष्य में देखे तो अक्टूबर नवंबर 1946 में स्वतंत्रता पूर्व के तत्कालीन संयुक्त बंगाल में नोआखाली की विध्वंसक घटना भी जिहादियों के विस्तारवादी चरित्र का ही प्रतिबिंब थी। संदेशखाली की घटना भी इस की पुनरावृत्ति प्रतीत होती है।
मौके पर जिला संयोजक नवनीत सम्राट ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद माननीय राष्ट्रपति से यह मांग करती है कि सत्ता प्रायोजित एवं सत्ता संपोषित हिंसा और महिलाओं की सामूहिक अस्मिता के हनन पर अभिलंब अंकुश लगाए एवं इस पूरे प्रकरण की केंद्रीय एजेंसी से उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
नगर मंत्री अंकित आनंद ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कल 5 मार्च को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत मधेपुरा नगर में भी बीएनएमयू प्रशासनिक परिसर से कॉलेज चौक तक आक्रोश मार्च निकालेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा