केके पाठक के खिलाफ विधार्थी परिषद ने मोर्चा खोला
समस्तीपुर, 15 अप्रैल (हि स )। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समस्तीपुर नगर इकाई ने सोमवार को प्रेस वार्ता की। इसमें शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव केके पाठक के विरोध में आंदोलन करने की बात कही गई।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक अनुपम कुमार झा ने कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, अतिथि शिक्षकों, कर्मियों एवं पेंशनधारियों को विगत दो महीनों से वेतन एवं पेंशन का ना मिलना अत्यंत ही चिंताजनक है। इस स्थिति का प्रमुख कारण बिहार के शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव के.के पाठक है जो अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं और पूरे बिहार को अपनी पैतृक संपत्ति समझने की भूल कर बैठे हैं। यह विचित्र स्थिति है कि आज बिहार के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री लाचार बन गए हैं और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि के के पाठक सरकार के नौकर नहीं अपितु सरकार ही के के पाठक का नौकर बन कर रह गया है।
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के तानाशाह अपर मुख्य सचिव के अड़ियल रवैए एवं मूर्खतापूर्ण निर्णयों को वापस लेने हेतु अभाविप,दक्षिण बिहार ने विगत 12 अप्रैल को तीन दिन का अल्टिमेटम दिया था। आज अभाविप के कार्यकर्ताओं ने के.के पाठक के आवास का घेराव किया, जिसमें कई कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की बर्बरता अभाविप के कार्यकर्ताओं के दृढसंकल्पों को नहीं तोड़ सकती।
जिला संयोजक कुंदन यादव एवं सह संयोजक केशव माधव ने कहा कि अभाविप बिहार सरकार को यह चेतावनी देती है कि शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के शिक्षा को बर्बाद करने की जो साजिश है उसपर अविलंब हस्तक्षेप करे अन्यथा अभाविप पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन को बाध्य होगी।बिहार के शैक्षणिक बदलाव हेतु विद्यार्थी परिषद् का संघर्ष जारी रहेगा!
हिन्दुस्थान समाचार /त्रिलोकनाथ
/चंदा