एग्रीकल्चर छात्राओ ने की ग्रामीणो क्षेत्रो भौगौलिक पैमाईश
पूर्वी चंपारण,8 अगस्त (हि.स.)।
एग्रीकल्चर कॉलेज तिरहुत की छात्राओं ने ग्रामीण अटैचमेंट कार्य योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की भौगौलिक पैमाईस की।
कृषि महाविद्यालय के 6 छात्राओं ने केविके पीपराकोठी के तहत रावे कार्यक्रम में भाग लेकर मधुरापुर गांव में सर्वेक्षण किया। वहीं उसकी भौगोलिक पृष्टभूमि पर सभी संभव आयामों का शोध किया। इस दौरान, उन्होंने 18 किसानों का सर्वेक्षण किया और महत्वपूर्ण स्थानों को मैप किया।
इस दौरान छात्राओं ने किसानों के साथ सीधा संवाद भी किया और ट्रांजैक्ट वॉक के माध्यम से डेटा संग्रह किया। सर्वेक्षण के दौरान, उन्होंने किसानों की समस्याओं और जरूरतों को समझने की भी कोशिश की व कलमबद्ध किया। वही बारीकी से उनके सुझावों को भी सुना।इस सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग ग्रामीण विकास की योजनाओं को बनाने में किया जाएगा। छात्राओं के इस काम से किसानों की जिंदगी में सुधार लाने में मदद मिलेगी।इधर छात्राओं के दूसरे बैच ने कृषि विज्ञान केंद्र में आरएचडब्ल्यूई कार्यक्रम के अंतर्गत वैज्ञानिकों व पदाधिकारियों के व्याख्यान सुने।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के 45 छात्र-छात्राओं को प्रभात कुमार, डीएओ, मोतिहारी और कुणाल कुमार, एडीसी, मोतिहारी द्वारा कृषि और उससे संबंधित नौकरियों और विभिन्न आयामों के बारे में मार्गदर्शन प्रदान किया गया और किसानो के हित में चलाए जा रही लाभकारी योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि भारत के बहुत सारे किसान अभी भी नई तकनीकों से बहुत दूर हैं। यह कार्यकम कृषि विज्ञान केंद्र पीपराकोठी के प्रमुख वैज्ञानिक डा.अरविंद सिंह के देखरेख मे संपन्न हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार / गोविंद चौधरी