अधिवक्ता पुत्र ऋषभ रंजन बने न्यायिक पदाधिकारी

 


पूर्वी चंपारण,29 नवंबर (हि.स.)।जिला मुख्यालय मोतिहारी शहर के आजाद नगर मानसपुरी निवासी वरीय अधिवक्ता रंजन कुमार एवं प्रतिमा वर्मा के बड़े पुत्र ऋषभ रंजन ने 32वीं बिहार न्यायिक सेवा में सफलता हासिल की है। उसे मेघा सूची में 44वां रैंक हासिल हुआ है। उनकी इस सफलता पर जिला विधिज्ञ संघ व जिले भर अधिवक्ताओ और उनके परिजनों में अपार हर्ष व्याप्त है।

मूलत: जिले के केसरिया राजपुर के रहने वाले ऋषभ की प्रारंभिक शिक्षा मोतिहारी में हुई। उच्च शिक्षा के लिए वे महानगर चले गए। जहां ऋषभ ने 2019 में एमिटी लॉ स्कूल, दिल्ली से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। वह कानून के पढ़ाई के साथ ही न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गये। इस दौरान उन्हें कुछ आंशिक सफलताएं भी मिलीं।

उन्होंने चार राज्यों की न्यायिक सेवा परीक्षाओं का मुख्य परीक्षा स्तर तक सफर तय किया और पिछले साल 31वीं बिहार न्यायिक परीक्षा 2022 में लिखित परीक्षा में सफलता के बावजूद साक्षात्कार में कुछ अंकों से पीछे रह गए और फाइनल सलेक्टशन लिस्ट में उनका नाम नहीं आ सका। धुन के पक्के ऋषभ ने इस बार 32वीं न्यायिक परीक्षा में सफलता हासिल कर न्यायाधीश के रूप में परचम फहरा दिया। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, भाई व दोस्तों को देते हुए कहा कि यह उपलब्धि उनके परिवार के समर्थन और कठिन परिश्रम तथा अपने दादा जी के शिक्षा के आदर्शों का परिणाम है।उनकी इस सफलता पर जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष शेषणारायण कुंवर, महासचिव राजीव कुमार द्विवेदी, पूर्व महासचिव डा.नरेंद्र देव, कन्हैया कुमार सिंह, केशव कुमार वर्मा, नरेंद्र मिश्रा, सत्यनारायण गिरि, दिनेश्वर प्रसाद, प्रभाष त्रिपाठी, मनोज तिवारी, सुरेश चौधरी सहित अन्य अधिवक्ताओं ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार