रोहित झा ने 14 वीं वैवाहिक वर्षगांठ रक्तदान कर मनाया

 




सहरसा,23 नवंबर (हि.स.)। आधुनिक युग में कुछ लोग नए नए ढंग से वैवाहिक वर्षगांठ समारोह पूर्वक मना रहे हैं। इस युग में भी कुछ विरले लोग ऐसे हैं जो अपना वैवाहिक वर्षगांठ समाज हित में अनूठे ढंग से मनाकर उदाहरण प्रस्तुत कर आदर्श कायम करते हैं।इस कड़ी में समाजसेवी रोहित झा ने अपने चौदहवे वैवाहिक वर्षगांठ के अवसर पर आजाद युवा विचार मंच के बैनर तले सदर अस्पताल स्थित रक्त अधिकोष में चौदह यूनिट रक्त दान कर अनूठा आदर्श स्थापित किया।

श्री झा ने कहा कि खून के बिना मनुष्य का जीवित रहना बहुत ही मुश्किल है। वही दुर्घटनाग्रस्त एवं थैलेसीमिया जैसे रोग से ग्रसित मरीज के लिए रक्त की आवश्यकता होती है।जिले में आजाद युवा विचार मंच के सदस्यों द्वारा हर आपात स्थिति में लोगों को निशुल्क मरीज रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान माना गया है।

उन्होंने कहा कि विज्ञान के अति विकसित होने के बावजूद दुनिया की किसी भी प्रयोगशाला में अब तक खून का निर्माण नहीं किया जा सका है। ऐसे में खून की आवश्यकता की पूर्ति मानव द्वारा ही संभव है। ऐसे में सभी को साईं सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए अवश्य रक्तदान करना चाहिए। चिकित्सक भी बताते हैं प्रत्येक स्वस्थ मनुष्य को अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। डिलिवरी पेशेंट एवं अन्य जरुरतमंद लोगों के लिये रक्तदान वरदान है।एक ऐसा दान है जिसके माध्यम से हम दूसरों को सिर्फ जीवन बचाने का ही कार्य नहीं करते बल्कि दूसरों के नसों में रक्त के रूप में जीवित रहते हैं।इसलिए हमारे समाज के सभी युवाओं को रक्तदान के लिये आगे आना चाहिए।लोग अपने जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ एवं अन्य सुअवसरो पर अगर रक्तदान करके समाज को जागरूक करने का कार्य करें तो शायद रक्त की कमी से हमारा स्वास्थ्य व्यवस्था कभी भी नहीं जूझ सकता। आजाद युवा विचार मंच द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में जो क्रांति सहरसा में लायी गयी है वो सराहनीय है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय