नीट की परीक्षा में पकड़े गए चार मुन्ना भाई, 20 लाख में हुई थी डील

 




पूर्णिया, 6 मई (हि. स.)। पूर्णिया में नीट की परीक्षा के दौरान जब जांच हुई तो मुन्ना भाई पकड़े गए। यह चारों मुन्ना भाई दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे थे। सभी चारों डमी कैंडिडेट एसआरडीएसी एग्जाम सेंटर से पकड़े गए जो मधुबनी थाना क्षेत्र में पड़ता है। 2:00 बजे के बाद शुरू हुई परीक्षा के दौरान जब पर्यवेक्षक जांच कर रहे थे तो शक हुआ और जब पूछताछ होनी शुरू हुई तो पकड़े गए।

पूर्णिया एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि पूछताछ में इन्होंने बताया है कि यह डील 20 लाख में तय हुई थी।पेपर पूरी होने के बाद प्रति कैंडिडेट 5 लाख रुपए पेमेंट करना था। पकड़े गए सभी डमी कैंडीडेट राजस्थान के जालौर, भोजपुर, बेगूसराय और सीतामढ़ी के रहने वाले हैं। एसपी ने बताया कि ये सभी मेडिकल स्टूडेंट्स हैं।

राजस्थान के पकड़े गए मुन्ना भाई जालौर जिले के सांचौर थाना अंतर्गत खाका राम गांव निवासी कमलेश कुमार है। कमलेश कुमार परीक्षार्थी धीरज प्रकाश की जगह परीक्षा दे रहा था।

दूसरा मुन्ना भाई नीतीश कुमार भोजपुर जिले के बिहियां गांव के वार्ड 2 निवासी धर्मपाल सिंह के पुत्र हैं। नीतीश आशीष के बदले परीक्षा दे रहा था।

बेगूसराय के रहने वाले सौरभ कुमार मटिहानी थाना के रामदेरी गांव टोला नकती वार्ड 6 निवासी विजय गुप्ता के बेटे हैं। सौरभ तथागत कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे।

चौथा मुन्ना भाई मयंक कुमार उर्फ किशन कुमार है जो सीतामढ़ी जिले के चौरोथ थाना के बड़ी बिहटा गांव के वार्ड नंबर 4 के निवासी नील रंजन चौधरी के पुत्र हैं। मयंक दीपक कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे।

एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। पुलिस इस बात की जांच करेगी की इसका मुख्य जरिया कौन है।

हिन्दुस्थान समाचार/नंदकिशोर/चंदा