21वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, बगहा ने संविधान दिवस मनाया

 


पश्चिम चंपारण (बगहा), 26 नवम्बर(हि.स.)। 21वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बगहा ने रविवार को कमांडेंट श्रीप्रकाश के नेतृत्व में संविधान दिवस मनाया। इस अवसर पर कमांडेंट ने सभी बलकर्मियों को संविधान दिवस के शुभ अवसर पर शपथ दिलाकर संविधान दिवस के बारे में बताया कि यह संविधान ही हैं, जो हमें आजाद देश का आजाद नागरिक का एहसास दिलाता है, जहां संविधान के दिए मौलिक अधिकार हमारे ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं। वहीं इसमें दिए हुए मौलिक कर्तव्य हमारी जिम्मेदारियां को याद दिलाते हैं ,हमारा देश जब 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ तब हमारे पास अपना कोई संविधान नहीं था।

संविधान के बगैर कोई देश चलाया नहीं जा सकता ,इसलिए इसको बनाने हेतु एक संविधान सभा का गठन किया गया। जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ बाबासाहेब अंबेडकर ,सरदार वल्लभभाई पटेल ,श्याम प्रसाद मुखर्जी ,मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे ।संविधान के ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर थे, इसलिए उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है संविधान तैयार करने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे थे, यह 26 नवंबर 1949 को पूरा हुआ और इसे अपनाया गया।

इसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने हेतु यह संविधान दिवस हर साल मनाया जाता है। संविधान दिवस के दौरान कमांडेंट (चिकित्सा) डॉक्टर ममता अग्रवाल,उप निरीक्षक कुलदीप कुमार,मुख्य अतिथि दीप्ति सिंह,आ.सा.जज्जाद अंसारी तथा वाहिनी के सभी बलकार्मिको ने शपथ लिया।

हिन्दुस्थान समाचार /अरविंद नाथ तिवारी/चंदा