मप्र में सकारात्मक ऊर्जा के साथ कोरोना को मात दी

मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते आ रही बुरी खबरों के बीच उत्साह और ऊर्जा से भर देने वाली सूचनाएं भी आ रही हैं। शहडोल में 81 साल के बुजुर्ग ने अपने हौसले और सकारात्मक ऊर्जा के सहारे कोरोना को मात देने में सफलता पाई है।
 
शहडोल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते आ रही बुरी खबरों के बीच उत्साह और ऊर्जा से भर देने वाली सूचनाएं भी आ रही हैं। शहडोल में 81 साल के बुजुर्ग ने अपने हौसले और सकारात्मक ऊर्जा के सहारे कोरोना को मात देने में सफलता पाई है।

शहडोल में 81 वर्षीय बुजुर्ग दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने कुछ दिनों पूर्व कोरोना जांच करवाई थी। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज शहडोल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती किया गया था। सही समय पर मिले उचित उपचार के साथ बुजुर्ग दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी सकारात्मक ऊर्जा के अनुकरणीय उदाहरण बन गए। उन्होंने उपचार के दौरान अपनी हिम्मत बनाये रखी और सकारात्मक सोच एवं उर्जा से कोरोना को मात दी। अब वे पूर्णत: स्वस्थ हैं और अन्य कोरोना मरीजों के लिये रोल मॉडल साबित हो रहे हैं।

दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी का कहना है कि यदि व्यक्ति में सकारात्मक सोच, सकारात्मक ऊर्जा के साथ ²ढ़ इच्छाशक्ति हो तो वह कोरोना बीमारी को भी हरा कर अपनी जिंदगी का विजय परचम लहरा सकता है।

उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शासन के दिशा- निर्देशों का पालन करें। मास्क का उपयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग पालन करें तथा साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोयें, अनावश्यक घर से बाहर न निकलें और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें।

दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि हर व्यक्ति के पास सकारात्मक सोच एवं सकारात्मक ऊर्जा का भंडार रहता है। आवश्यकता इस बात की है उसे सही रूप में इस्तेमाल किया जाए। यदि मन में ²ढ़ विश्वास हो तो सामान्य कोरोना के मरीज होम आइसोलेशन में रहकर शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई मेडिकल किट, रोग प्रतिरोधक काढ़े एवं दवाओं का उपयोग कर अपने को सुरक्षित कर सकता है।

उन्होंने कहा है कि टीकाकरण भी अवश्य करायें, क्योंकि टीकाकरण ही वह माध्यम है जो लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षा कवच का कमा करेगा और सकारात्मक ऊर्जा एवं सोच को भी मजबूत करेगा।

--आईएएनएस