यहां पैदा हुए थे गौतम बुद्ध और इस पेड़ के नीचे मिला था ज्ञान, बौद्ध धर्म को जानना है तो जरूर जाएं ये 4 जगह

बुद्ध पूर्णिमा हर साल वैशाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन भगवान बुद्ध का जन्न हुआ था। साथ ही इन दिन गौतम बुद्ध को ज्ञान भी प्रात्त हुआ था। आज हम आपको 4 ऐसे स्थानों के बारे में बताएंगे जो कि बुद्ध के जीवन से जुड़े हुए हैं। ये स्थान उनके जन्म, मत्यु और ज्ञान प्राप्त करने और धम्म को आगे बढ़ाने से जुड़े हुए हैं। तो, आइए इन स्थानों के बारे में जानते हैं विस्तार से।

 

बुद्ध पूर्णिमा हर साल वैशाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन भगवान बुद्ध का जन्न हुआ था। साथ ही इन दिन गौतम बुद्ध को ज्ञान भी प्रात्त हुआ था। आज हम आपको 4 ऐसे स्थानों के बारे में बताएंगे जो कि बुद्ध के जीवन से जुड़े हुए हैं। ये स्थान उनके जन्म, मत्यु और ज्ञान प्राप्त करने और धम्म को आगे बढ़ाने से जुड़े हुए हैं। तो, आइए इन स्थानों के बारे में जानते हैं विस्तार से।

लुंबिनी
लुंबिनी वो जगह है जहां गौतम बुद्ध पैदा हुए थे। नेपाल के लुबिनी के रुपन्देही जिले में एक बौद्ध तीर्थ स्थल है। यह वह स्थान है, जहां बौद्ध परंपरा को आप देख सकते गैं। यहां रानी महामायादेवी ने लगभग 566 ईसा पूर्व में सिद्धार्थ गौतम को जन्म दिया था। तो, अगर आप गौतम बुद्ध के बारे में शुरुआत से जानना चाहते हैं तो, आपको यहां जरूर जानना चाहिए। 

बोधगया
बोधगया बिहार का एक गांव है। सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है क्योंकि यहीं पर बुद्ध पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध को ज्ञान मिला था। यहां एक बोधि वृक्ष है। माना जाता है कि इस पीपल के पेड़ के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। यहां एक महापाषाण यानी पत्थर भी है जो कि बुद्ध के समय से यहां है।  

सारनाथ 
सारनाथ बनारस से 10 किलोमीटर दूर है। यहां गौतम बुद्ध ने पहली बार धम्म का ज्ञान दिया था। यहां से आप मान सकते हैं कि बौद्ध धर्म अस्तित्व में आया है। यहां लोग मूलगंध कुटी विहार मंदिर भी जाते हैं। साथ ही आप अलग-अलग जगहों पर खेल सकते हैं। सारनाख मंदिर के अंदर आप जापानी कलाकारी भी देख सकते हैं। 

कुशीनगर
बौद्ध कालक्रम के अनुसार, जब बुद्ध की मृत्यु कुशीनगर शहर के पास हुई, तो वे पुनर्जन्म के चक्र से मुक्त हो गए और निर्वाण प्राप्त किया। यानी कि उन्हें कर्म और पुनर्जन्म से पूर्ण मुक्ति मिल गई। तो, जन्म से लेकर मरण तक आप भगवान बुद्ध को जानने के लिए इन जगहों पर जा सकते हैं।