भारत के इन 3 मंदिरों में विदेशी भक्तों की है गहरी आस्था, हर साल आते हैं विदेश से भक्त 

देश में कई ऐसे मंदिर है, जो अपनी सुंदरता के लिए जाने जाते हैं। यहां दर्शन के लिए आने वाले लोग पूजा के साथ-साथ खूबसूरती देखने के लिए भी आते हैं। लेकिन इन पर्यटकों में केवल देश ही नहीं विदेशी नागरिक भी शामिल है। भारत के इन तीन मंदिरों में स्पेशल विदेशी दर्शन के लिए आते हैं।

 

देश में कई ऐसे मंदिर है, जो अपनी सुंदरता के लिए जाने जाते हैं। यहां दर्शन के लिए आने वाले लोग पूजा के साथ-साथ खूबसूरती देखने के लिए भी आते हैं। लेकिन इन पर्यटकों में केवल देश ही नहीं विदेशी नागरिक भी शामिल है। भारत के इन तीन मंदिरों में स्पेशल विदेशी दर्शन के लिए आते हैं।

हरे रामा हरे कृष्णा मंदिर 
अक्सर विदेशी पर्यटकों को सबसे ज्यादा भारत में कृष्णा मंदिरों में देखा गया है।  केवल मुंबई के हरे रामा हरे कृष्णा मंदिर ही नहीं बल्कि आप दिल्ली के इस्कॉन मंदिरों और मथुरा-वृंदावन के मंदिरों में विदेशी पर्यटकों को देख सकते हैं। ऐसा लगता है जैसे वह भी भगवान कृष्ण के प्रति गहरा स्नेह रखते हैं। यहां मंदिरों में आप उन्हें धार्मिक कपड़ों और माथे पर गहरा लंबा तिलक लगाए देख सकते हैं। इन मंदिरों के आलावा आपको ऋषिकेष में भी विदेशी पर्यटक बहुत देखने को मिल जाएंगे। 

काशी विश्वनाथ मंदिर 
भारत की धार्मिक राजधानी के नाम से जाना जाने वाला शहर वाराणसी, जो काशी विश्वनाथ मंदिर का घर है. गंगा के तट पर स्थित, यह मंदिर आध्यात्मिक ज्ञान और परमात्मा के साथ गहरा संबंध रखता है। भगवान के प्रति स्नेह रखने वाले तीर्थयात्रियों को यह जगह आकर्षित करती है। यहां रहने वाले लोग, उनका रहन-सहन, खान-पान और संस्कृति विदेशी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। यहां के रेलवे स्टेशन, घाट, मंदिर और गलियों में आपको कई विदेशी पर्यटक देखने को मिल जाएंगी। हर साल यहां हजारों की संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं। घाट, वाराणसी में घूमने के लिए अच्छी जगह में से एक है। 

स्वर्ण मंदिर 
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर सिख धर्म के लोगों के लिए सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। लेकिन यहां दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। यहां पवित्र कुंड के चारों ओर मंदिर की सुनहरी संरचना हर पर्यटक को आकर्षित करती है। यही कारण है कि इसकी खूबसूरती देखे बिना विदेशी पर्यटक भी नहीं रह पाते। सभी धर्मों के लोगों को जगह आकर्षित करती है। 

इस्कॉन मंदिर 
यहां देसी और विदेशी श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ता है। सैकड़ों-हजारों मील की यात्रा करके कई ऐसे कृष्ण भक्त आते हैं, जो भक्ति भावना में इतना लीन हो जाते हैं कि खुद को राधा और मीरा मानने लगते हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर यहां के कई बड़े मंदिरों में विदेशी भक्तों हजारों की संख्या में उमड़ पड़ते हैं। इनमें प्रमुख है वृंदावन का इस्कॉन मंदिर। यहां अमेरिका, साउथ अमेरिका, इटली और फ्रांस जैसे देश से आए विदेशी भक्ति भाव में रमे होते हैं। इन भक्तों पर भगवान कृष्ण का ऐसा रंग चढ़ता है कि वे अपना नाम भी बदलकर भारतीय नाम पर रख लेते हैं।