तवांग की खूबसूरती मोह लेंगी आपका मन, जानिए यहां के बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन के बारे में

अगर आप घूमने का शौक रखते हैं और आपने तवांग नहीं घूमा तो क्या ही घूमा। यहां की खूबसूरती आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। तवांग अरुणाचल प्रदेश राज्य में स्थिति एक बहुत ही खूबसूरत प्लेस है। तवांग समुद्र तल से 2669 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। इतना ही नहीं तवांग पर्यटन स्थल को दलाई लामा की जन्म स्थली के रूप में भी जाना जाता हैं। यहां घूमने के कई खूबसूरत डेस्टिनेशन प्लेस हैं। आइए आज हम आपको तवांग के बेस्ट प्लेस के बारे में बताते है। 
 

अगर आप घूमने का शौक रखते हैं और आपने तवांग नहीं घूमा तो क्या ही घूमा। यहां की खूबसूरती आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। तवांग अरुणाचल प्रदेश राज्य में स्थिति एक बहुत ही खूबसूरत प्लेस है। तवांग समुद्र तल से 2669 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। इतना ही नहीं तवांग पर्यटन स्थल को दलाई लामा की जन्म स्थली के रूप में भी जाना जाता हैं। यहां घूमने के कई खूबसूरत डेस्टिनेशन प्लेस हैं। आइए आज हम आपको तवांग के बेस्ट प्लेस के बारे में बताते है। 

नूरानांग जलप्रपात

तवांग पर्यटन स्थल में घूमने वाली जगह नूरानांग जलप्रपात भी हर किसी को भाती है। अगर तवांग जा रहे हैं तो इसकी तरफ रूख जरूर करिए। यहां आपको कई ऐसे नजारें मिलेंगे जिनको आप कभी नहीं भूल पाएंगे,यह वॉटरफॉल नूरनांग नदी का एक अहम हिस्सा जोकि सेला दर्रे से निकलता है।

गोरीचेन पीक

तवांग पर्यटन के दौरान घूमने लायक जगह है गोरीचेन पीक। पर्यटन के लिए ये एक बहुत ही बेस्ट ऑप्शन है. अरुणाचल प्रदेश राज्य की सबसे ऊंची चोटी है। बता दें कि गोरीचेन तवांग और पश्चिम कामेंग जिले के बीच में स्थित हैं। ये तवांग के बीच की दूरी लगभग 57 किलोमीटर हैं.ट्रैकिंग और ना भूलने वाले नजारों को चाहते हैं तो यहां का रूख करिए।

सेला दर्रा

सेला दर्रा तवांग का प्रसिद्ध स्थान हैं,ये हिमालयी विस्टा में सबसे खूबसूरत नजारों को पेश करने के लिए जाना जाता है. दर्रा की सौंदर्यता यहाँ आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। ये स्थान पूरी तरह से बर्फ से ढका रहता है, जिस कारण से और भी सुंदर लगती है। सेला दर्रा और सेला झील को अरुणाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है।

तवांग मठ

तवांग में घूमने के कई खास प्लेस हैं। इसी में एक है तवांग मठ (तवांग मोनेस्ट्री). इसको दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ का दर्जा प्राप्त करता हैं, हालाकि पहले स्थान पर ल्हासा मठ हैं। माना जाता है कि ये मठ 400 साल पुराना है। ये एक हवेली के रूप में निर्मित है. इतना ही नहीं ये 300 से भी अधिक भिक्षुओं के लिए आश्रय स्थल के रूप में जाना जाता हैं।

पी टी त्सो झील 

तवांग शहर की खूबसूरती को चार चांद लगाता है, खूबसूरत नजारों से भरा पी टी त्सो तवांग शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। ये एक बहुत ही मंत्रमुग्ध करने वाला पर्यटन स्थल है। पी टी त्सो झील के आसपास का खूबसूरत वातावरण पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।