लखनिया दरी एवं चूना दरी झरना पिकनिक के लिए है एक अच्छा ऑप्शन 

लखनिया दरी एवं चूना दरी झरना पिकनिक के लिए है एक अच्छा ऑप्शन 

लखनिया दरी की पहाड़ियां और यहां पर स्थित झरना प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। लखनिया दरी पहाड़ियों पर स्थित झरने को चूना दरी झरना कहते हैं। यह झरना बहुत खूबसूरत है और इस झरने तक पहुंचने के लिए आपको करीब 2 से ढाई किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यह झरना घने जंगलों के बीच में स्थित है और इस झरने तक पहुंचने का जो मार्ग है। वह भी कच्चा रास्ता है और जोखिम भरा है। इसलिए अगर आप यहां पर जाते हैं, तो संभल कर जाएं और सभी प्रकार की व्यवस्था करके जाएं। बरसात के समय पर चूना दरी झरना पर काफी भीड़ रहती है और बहुत सारी जगह से लोग इस झरने में घूमने आते हैं।

 

लखनिया दरी की पहाड़ियां और यहां पर स्थित झरना प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। लखनिया दरी पहाड़ियों पर स्थित झरने को चूना दरी झरना कहते हैं। यह झरना बहुत खूबसूरत है और इस झरने तक पहुंचने के लिए आपको करीब 2 से ढाई किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यह झरना घने जंगलों के बीच में स्थित है और इस झरने तक पहुंचने का जो मार्ग है। वह भी कच्चा रास्ता है और जोखिम भरा है। इसलिए अगर आप यहां पर जाते हैं, तो संभल कर जाएं और सभी प्रकार की व्यवस्था करके जाएं। बरसात के समय पर चूना दरी झरना पर काफी भीड़ रहती है और बहुत सारी जगह से लोग इस झरने में घूमने आते हैं।

चूना दरी झरना की खूबसूरती का आनंद आप झरने के निचले स्तर  से या ऊपरी स्तर से ले सकते हैं। झरने के निचले स्तर पर पहुंचने के लिए आपको झरने के नदी वाले डायरेक्शन से चलना पड़ता है। यहां पर जो रास्ता है। वह थोड़ा खतरनाक है, क्योंकि यहां पर रास्ते में पानी भरा रहता है और चट्टानों में फिसलन रहती है। इसलिए आपको यहां पर संभल कर चलने की आवश्यकता होती है। आप यहां पर आते हैं, तो ट्रैकिंग शूज पहन कर आई, क्योंकि आपको यहां पर बहुत ज्यादा चलना पड़ता है। यहां पर आपको प्राकृतिक वातावरण देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको जंगल, पहाड़, नदी और खूबसूरत झरना देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको जंगली जानवर भी देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर ज्यादातर आपको लंगूर देखने के लिए मिलते हैं। इसलिए अगर आप यहां पर आते हैं, तो अपना खाना और पानी संभाल कर रखें, नहीं तो लंगूर आपसे छीन कर भाग सकते हैं। यहां पर आपको प्रकृति का अनोखा दृश्य देखने के लिए मिलता है। चट्टानों के ऊपर से बहता हुआ पानी बहुत ही मनमोहक लगता है। आप यहां पर अपने दोस्तों के साथ और अपनी फैमिली वालों के साथ पिकनिक मनाने के लिए आ सकते हैं।

आपको लखनिया दरी के पास प्रवेश द्वार पर गाड़ी खड़ी करनी पड़ती है और वहां से आपको पैदल चलना पड़ता है। आप को चूना दरी झरना के रास्ते में बहुत सारे लोग पिकनिक मनाते हुए और नदी में नहाते हुए भी देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग खाना खुद से पकाते हैं और पिकनिक मनाते हैं। यहां पर आकर आप भी बहुत इंजॉय कर सकते हैं और यहां पर सरकार के द्वारा आप को चेतावनी भी लिखी हुई देखने के लिए मिल जाती है, कि इस जलप्रपात में बहुत से लोगों की जानें चली गई हैं, तो आप यहां पर सावधानी से रहें और ज्यादा गहराई पर नहीं जाए।

बरसात के समय इस जगह पर आपको स्वर्ग देखने के लिए मिलता है, क्योंकि चारों तरफ यहां पर हरियाली रहती है और चट्टानों से छोटी-छोटी जलधाराएं बहती रहती है। लखनिया दरी की पहाड़ियां और यहां पर स्थित झरना प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। लखनिया दरी पहाड़ियों पर स्थित झरने को चूना दरी झरना कहते हैं। यह झरना बहुत खूबसूरत है और इस झरने तक पहुंचने के लिए आपको करीब 2 से ढाई किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यह झरना घने जंगलों के बीच में स्थित है और इस झरने तक पहुंचने का जो मार्ग है। वह भी कच्चा रास्ता है और जोखिम भरा है। इसलिए अगर आप यहां पर जाते हैं, तो संभल कर जाएं और सभी प्रकार की व्यवस्था करके जाएं।

स्थान
लखनिया दरी की पहाड़ियां एवं चूना दरी झरना मिर्जापुर के अहरौरा नगर से कुछ दूरी पर स्थित है। यह अहरौरा नगर से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। यह झरना वाराणसी से करीब 55 किलोमीटर की दूरी पर है। आप यहां पर सोनभद्र जिले से भी आ सकते हैं। लखनिया दरी में आपको अपनी गाड़ी खड़ी करके आगे का सफर पैदल तय करना पड़ता है। करीब 2 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। तब जाकर आप इस झरने तक पहुंच पाते हैं। इस झरने तक पहुंचने के लिए रास्ता बहुत कठिन है।