Shakarkandi Roast Trick: सर्दियों मे बगैर ओवन और कुकर के ऐसे भूनें शकरकंद, आएगा चूल्हे जैसा स्वाद

सर्दियों में दिनों में बाजारों में खूब शकरकंद आती हैं। यह खाने में मीठी-मीठी बहुत ही स्वादिष्ट लगती है। सर्दी के दिनों में गर्मागर्म शकरकंद का टेस्ट सबके मन को भा जाता है। हर उम्र के लोग इसको चटकारे लेकर खाते हैं। शकरकंद काफी पौष्टिक होती है। इसमें फाइबर, आयरन, पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि हमारी सेहत को काफी फायदा पहुंचाते हैं।

 

सर्दियों में दिनों में बाजारों में खूब शकरकंद आती हैं। यह खाने में मीठी-मीठी बहुत ही स्वादिष्ट लगती है। सर्दी के दिनों में गर्मागर्म शकरकंद का टेस्ट सबके मन को भा जाता है। हर उम्र के लोग इसको चटकारे लेकर खाते हैं। शकरकंद काफी पौष्टिक होती है। इसमें फाइबर, आयरन, पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि हमारी सेहत को काफी फायदा पहुंचाते हैं।

इस ट्रिक से भुनें चूल्हे जैसी शकरकंद

वैसे तो शकरकंद को उबालकर, भूनकर, भाप में पकाकर कई तरह से खाया जाता है । लेकिन, चूल्हे या कोयले पर भुनी हुई शकरकंद का स्वाद ही बेहतरीन होता है। उसमें आने वाली सौंधी-सौंधी खुशबू से मन ललचा जाता है। साथ ही, ये खाने में भी काफी टेस्टी लगती है। इसको चाट और कई तरह की डिशेज बनाकर सेवन किया जाता है। बाजारों में भी इसकी चाट खूब बिकती है। अगर आप भी शकरकंद को चूल्हे पर भुनी हुई जैसी नहीं मिलने की वजह से नहीं खा पाते हैं, तो आज हम आपके लिए ऐसी ट्रिक लेकर आए हैं, जिसकी मदद से आप घर पर ही बिना चूल्हे के चूल्हे जैसी भुनी शकरकंद का स्वाद ले पाएंगे।

बाटी मेकर में भूनें शकरकंद

अधिकतर सभी घरों में गैस वाला बाटी मेकर होता है। ऐसे में आप शकरकंद को उससे भून सकती हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले शकरकंद को सबसे पहले पानी में अच्छी तरह धो लेना है। उसके बाद बाटी ओवन या बाटी मेकर की जाली के ऊपर शकरकंद को रखना है और गैस के फ्लेम को मीडियम करके ऊपर से ढक्कन ढक देना है। अब कुछ देर बाद इसे खोलकर पलट देना है और फिर से ढक देना है। ऐसे आपको एक बार फिर इनको खोलकर चेक करना है कि ये पकी हैं या नहीं। पूरी तरह पक जाने के बाद इनको किसी प्लेट में निकालें और ठंडी हो जाने के बाद इनका छिलका उतारें। अब इनको आप चटनी के साथ, नींबू निचोड़कर या फिर ऐसे भी खा सकते हैं। शकरकंद सर्दियों में मीठी मीठी गर्मागर्म और ठंडी दोनों तरह से अच्छी लगती हैं।

टिप्स

ध्यान रहे शकरकंद खरीदते समय वो न ज्यादा मोटी हो और न ही ज्यादा पतली। इससे उसको भूनने में टाइम लगेगा और कभी-कभी ज्यादा मोटी शकरकंद भूनते वक्त कच्ची भी रह जाती है। साथ ही, ज्यादा पतली शकरकंद में सिर्फ छिलका ही बचता है। ऐसे में शकरकंद खरीदते समय इनका सही चुनाव करना बेहद जरूरी होता है।