बाजार वाले सत्तू को कहें बाय-बाय, घर पर दादी के बताए गए तरीके से ऐसे करें तैयार

गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन और अन्य समस्याओं से बचने के लिए पानी का अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है। अब ऐसे में लोग भीषण गर्मी और लू से बचने और शरीर को ठंडक देने के लिए सत्तू का सेवन करते हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ डाइजेशन को दुरुस्त रखता है। ऐसे में अधिकतर लोग गर्मी में सत्तू का घोल और सत्तू से जुड़ी चीजें खाना पसंद करते हैं। पहले के समय दादी-नानी लोग घर पर सत्तू को अपने हाथों से तैयार करती थीं। लेकिन, वर्तमान में समय की कमी के कारण अमूमन लोग बाजार में मिलने वाले सत्तू का सेवन करते हैं। लेकिन कई बार ये सत्तू मिलावटी और केमिकल युक्त होते हैं।अब ऐसे में अगर आप मार्केट में मिलने वाले केमिकल युक्त और मिलावटी सत्तू को खाने से बचना चाहती हैं, तो इस लेख में आज हम आपको पारंपरिक तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे आप बिना किसी झंझट के घर पर आसानी से सत्तू तैयार कर सकती हैं। खास बात यह है कि इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता और ना ही अधिक मेहनत लगती है। चलिए जानते हैं, इसे बनाने का तरीका-

 

गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन और अन्य समस्याओं से बचने के लिए पानी का अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है। अब ऐसे में लोग भीषण गर्मी और लू से बचने और शरीर को ठंडक देने के लिए सत्तू का सेवन करते हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ डाइजेशन को दुरुस्त रखता है। ऐसे में अधिकतर लोग गर्मी में सत्तू का घोल और सत्तू से जुड़ी चीजें खाना पसंद करते हैं। पहले के समय दादी-नानी लोग घर पर सत्तू को अपने हाथों से तैयार करती थीं। लेकिन, वर्तमान में समय की कमी के कारण अमूमन लोग बाजार में मिलने वाले सत्तू का सेवन करते हैं। लेकिन कई बार ये सत्तू मिलावटी और केमिकल युक्त होते हैं।अब ऐसे में अगर आप मार्केट में मिलने वाले केमिकल युक्त और मिलावटी सत्तू को खाने से बचना चाहती हैं, तो इस लेख में आज हम आपको पारंपरिक तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे आप बिना किसी झंझट के घर पर आसानी से सत्तू तैयार कर सकती हैं। खास बात यह है कि इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता और ना ही अधिक मेहनत लगती है। चलिए जानते हैं, इसे बनाने का तरीका-

केमिकल फ्री सत्तू कैसे तैयार करें?

घर पर केमिकल फ्री सत्तू तैयार करने के लिए आप दादी के बताए गए तरीके को अपना सकती हैं। सत्तू तैयार करने के लिए साबुत देसी चना, गेंहू और जौ (ऑप्शनल) लें। अब इन चीजों को अच्छे से बिनकर साफ कर लें ताकि किसी प्रकार की गंदगी शेष न रहें। अब इन्हें धुलकर अच्छे से सुखा लें। सुखने के बाद चना, गेंहू और जौ को अलग-अलग बर्तन में एकत्र करके रख लें। नीचे देखें बनाने का तरीका-

सत्तू बनाने का तरीका

सत्तू बनाने के लिए सबसे पहले देसी चने को कड़ाही में डालकर अच्छे से भूनें। जब तक वह चटकने न लगे।
अगर मुमकिन हो तो चने को रेत में भुनवाएं। इससे सत्तू में एक खास प्रकार का सौंधापन आएगा।
इसके बाद जैसा कि ऊपर बताया कि गेहूं और जौ ऑप्शनल है। अगर आप इसे सत्तू में मिक्स करना चाहती हैं, तो इसे भी भून लें।
अब भुने हुए चनों को ठंडा होने के लिए एक बड़े बर्तन या साफ कपड़े पर फैला दें।
ठंडा होने के बाद चनों को हाथ से रगड़कर या हल्के झोंके से छिलका अलग कर लें।
अब इन भुने हुए, छिले चनों को सिल-बट्टे पर या मिक्सर ग्राइंडर में बारीक पीस लें।
अगर आप महीना सत्तू चाहती हैं, तो इसे चलनी की मदद से छान लें। नहीं तो आप इसे दरदरा भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
अब सत्तू को किसी सूखे और एयरटाइट कंटेनर में भरकर रख लें।