बेलते वक्त बार बार टूट जाती है मक्के की रोटी, तो इन हैक्स से बनाएं परफेक्ट
सर्दियों के मौसम में मक्के की रोटी और सरसों का साग का ज़िक्र आते ही मुंह में पानी आ जाता है। यह कॉम्बिनेशन ही ऐसा है जिसे खाने की तलब आए दिन होती ही रहती है। हालांकि, पहले यह कॉन्बिनेशन पंजाब में ज्यादा खाया जाता था, लेकिन वक्त के साथ-साथ इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि अब पूरे भारत में इसके स्वाद की धूम है। लोग बड़े ही चाव से इसे खाते हैं, लेकिन जब मक्के की रोटी बनाने की बात आती है तो थोड़ा सोचना पड़ जाता है।
सर्दियों के मौसम में मक्के की रोटी और सरसों का साग का ज़िक्र आते ही मुंह में पानी आ जाता है। यह कॉम्बिनेशन ही ऐसा है जिसे खाने की तलब आए दिन होती ही रहती है। हालांकि, पहले यह कॉन्बिनेशन पंजाब में ज्यादा खाया जाता था, लेकिन वक्त के साथ-साथ इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि अब पूरे भारत में इसके स्वाद की धूम है। लोग बड़े ही चाव से इसे खाते हैं, लेकिन जब मक्के की रोटी बनाने की बात आती है तो थोड़ा सोचना पड़ जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि मक्के की रोटी बनाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। हर कोई अच्छी तरह से मक्के की रोटी नहीं बना सकता। कई लोगों की रोटी बेलते वक्त टूट जाती है और यह एक आम समस्या है, क्योंकि मक्के के आटे में ग्लूटेन नहीं होता, जो गेहूं के आटे में मौजूद होता है। लेकिन कुछ आसान हैक्स की मदद से आप परफेक्ट और स्वादिष्ट मक्के की रोटी बना सकते हैं।
सही आटा इस्तेमाल करें
मक्के का आटा अगर फ्रेश और बारीक पिसा हुआ हो, तो रोटी बनाना आसान होता है। बाजार से खरीदते समय ध्यान दें कि आटा एकदम हल्का और महीन हो। पुराने या मोटे पिसे आटे से रोटी बेलना मुश्किल हो सकता है। अगर मुमकिन हो, तो घर पर मक्के का आटा पीसकर इस्तेमाल करें।
आटे को गूंथने का तरीका बदलें
मक्के की रोटी बनाने में आटा गूंथना सबसे अहम होता है। अगर वो ही सही तरह से नहीं गूंथेगा, तो रोटी बिल्कुल भी ठीक नहीं बनेंगी। इसलिए आप आटा गूंथने के लिए हमेशा हल्का गुनगुना पानी या दूध का इस्तेमाल करें। इससे आटा मुलायम होता है और बेलने में आसानी होती है।वहीं, आटे में एक साथ पानी डालने की बजाय थोड़ा-थोड़ा करके मिलाएं, ताकि आटा एकसार और चिकना हो। आटा गूंथने के बाद इसे 15-20 मिनट के लिए ढककर रख दें। इससे आटा सेट हो जाता है और रोटियां टूटती नहीं हैं।
थोड़ा गेहूं का आटा मिलाना है जरूरी
अगर आप पहली बार मक्के की रोटी बना रहे हैं, तो मक्के के आटे में थोड़ा गेहूं का आटा मिलाएं। यह आटे को बांधने में मदद करता है और बेलने में आसानी होती है। हालांकि, यह पूरी तरह मक्के की रोटी का स्वाद थोड़ा बदल सकता है, लेकिन इसे बनाना आसान हो जाता है।
प्लास्टिक शीट आएगी काम
अगर बेलने वक्त मक्के की रोटी टूट रही है, तो प्लास्टिक शीट का इस्तेमाल करें। इससे न सिर्फ आपको फायदा होगा, बल्कि टाइम भी बचेगा। जी हां, मक्के की रोटी को बेलने के लिए बेलन का इस्तेमाल करना जरूरी नहीं है, लेकिन क्यों आइए जानते हैं।
विधि
एक साफ प्लास्टिक शीट लें और उस पर हल्का तेल लगाएं।मक्के के आटे की लोई को हाथों से दबाते हुए गोल आकार दें।इससे रोटी ना फटेगी और एकसार बनेगी।यह तरीका बेलन से बेलने की तुलना में काफी आसान है।
मध्यम आंच पर पकाएं रोटी
मक्के की रोटी को सही तापमान पर पकाना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होगा तो रोटी ऊपर से पक तो जाएगी, लेकिन अंदर से कच्ची रह जाएगी और यह बहुत ही आसानी से टूट जाएगी।तवा न ज्यादा गरम हो और न ज्यादा ठंडा। इसके लिए मध्यम आंच पर तवा गर्म करें।रोटी को तवे पर डालने के बाद हल्के हाथ से दबाएं, ताकि वह अच्छे से फूले और पक जाए।दोनों तरफ घी या मक्खन लगाकर सेकें, ताकि रोटी नर्म और स्वादिष्ट बने।
आटे में चुटकी भर तेल या घी डालें
कई बार आटा रूखा होता है, जिसकी वजह से यह टूट भी सकती है। इससे बचने के लिए आप घी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप आटा गूंथते समय उसमें थोड़ा सा तेल या घी मिलाएं। फिर इससे आटा चिकना और मुलायम हो जाता है। इसके बाद घी डालने से रोटी का स्वाद भी बेहतर होता है।
वहीं, मक्के की रोटी को बहुत पतला न बेलें। मोटी रोटी आसानी से बनती है और पकने में भी बेहतर रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पतली रोटी फटने का खतरा ज्यादा होता है। साथ ही, मोटाई एकसार रखें, ताकि रोटी अच्छी तरह से सिकें।