होली से पहले जान लें मावा गुजिया बनाने की आसान विधि, स्वाद ऐसा जिसका कोई तोड़ नहीं
होली नजदीक है। ऐसे में घरों में कई प्रकार के परंपरागत व्यंजन बनाए जाने लगे हैं। इन्हीं में एक व्यंजन है गुजिया, जिसे खूब पसंद किया जाता है। इसे अलग-अलग तरीकों से बनाया जा सकता है। गुजिया बड़े हो या बच्चे सभी को अच्छी लगती है। गुजिया को भारत के विभिन्न क्षेत्रों में करंजी, पुरुकिया, कर्जिकई नामों से भी जाना जाता है। उत्तर भारत में होली के मौके पर गुजिया जरूर बनाई जाती है। आज हम आपको सूजी मावा की गुजिया बनाना बताएंगे। त्योहार पर घर आने वाले मेहमानों का मुंह भी इससे मीठा कराया जा सकता है। वे इनकी तारीफ किए बगैर नहीं रह पाएंगे।
होली नजदीक है। ऐसे में घरों में कई प्रकार के परंपरागत व्यंजन बनाए जाने लगे हैं। इन्हीं में एक व्यंजन है गुजिया, जिसे खूब पसंद किया जाता है। इसे अलग-अलग तरीकों से बनाया जा सकता है। गुजिया बड़े हो या बच्चे सभी को अच्छी लगती है। गुजिया को भारत के विभिन्न क्षेत्रों में करंजी, पुरुकिया, कर्जिकई नामों से भी जाना जाता है। उत्तर भारत में होली के मौके पर गुजिया जरूर बनाई जाती है। आज हम आपको सूजी मावा की गुजिया बनाना बताएंगे। त्योहार पर घर आने वाले मेहमानों का मुंह भी इससे मीठा कराया जा सकता है। वे इनकी तारीफ किए बगैर नहीं रह पाएंगे।
सामग्री
मैदा – 2 कप
घी – 1/4 कप
मावा – 1/3 कप
सूजी या खोवा – 1/3 कप
बादाम – 12 से 14 (बारीक कटे हुए)
किशमिश – 2 टेबल स्पून
चीनी – 200 ग्राम
काजू – 12 से 14 (बारीक कटे हुए)
सूखा नारियल – 1/3 कप (कद्दूकस किया हुआ)
हरी इलायची – 7 से 8
घी तलने के लिए
विधि
मैदे के बीच में थोड़ी-सी जगह बनाकर इसमें घी का मोयन मिला दें। मैदा में थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी डालकर पूरी के आटे से थोड़ा टाइट गूंथकर तैयार कर लें।इतना मैदा गूंथने में 1/2 कप से भी थोड़ा कम पानी लगेगा। गूंथे मैदा को ढककर 25 मिनट के लिए सेट होने के लिए रख दें। स्टफिंग बनाने के लिए पैन गरम कर लें। इसमें दो टेबल स्पून घी डाल दें। घी पिघलने के बाद इसमें सूजी डाल दें और इसे लगातार चलाते हुए गोल्डन ब्राउन होने तक मध्यम आंच पर भून लें।गैस बंद कर दें और सूजी को लगातार चलाते रहें क्योंकि कड़ाही अभी गरम होगी। पैन में से सूजी निकाल लें। उसमें मावा, काजू, बादाम, किशमिश, सूखा नारियल, इलायची और चीनी डालें। इन सबको अच्छी तरह से सूजी के साथ मिला दें। मैदा को सेट होने पर उसको थोड़ा सा मसल लें। गूंथे मैदा को दो भागों में बांटकर इसे लंबाई में बढ़ा लें। इससे छोटी-छोटी लोइयां तोड़कर तैयार कर लें।इन्हें ढककर रखें ताकि यह सूखे नहीं। फिर एक लोई को पूरी की तरह बेल लें। यह कहीं से मोटी और पतली नहीं हो। एक सांचा लें और इसके ऊपर पूरी का निचला भाग ऊपर की ओर रखें। इसमें 2 छोटी चम्मच स्टफिंग बीच में रखें। पूरी के चारों ओर थोड़ा सा पानी लगाएं और सांचे को चारों तरफ से दबाकर बंद कर दें। सांचे के बाहर की साइज बचे मैदा को तोड़कर हटा दें और फिर सांचे को खोलें और गुजिया को बाहर निकाल कर रख दें। कड़ाही में घी गरम कर लें। गुजिया तलने के लिए मध्यम गरम घी की आवश्यकता होती है। एक गुजिया घी में डालकर देख लें कि यह तली जा रही है, घी सही गरम है। आंच धीमी करके कड़ाही में जितनी गुजिया आ जाए उतनी तलने के लिए डाल दें।जब नीचे की तरफ से थोड़ी सी सिक जाए तब इसे पलट दें। गुजिया को पलट-पलटकर गोल्डन ब्राउन होने तक धीमी और मीडियम आंच पर तल लें। तली हुई गुजिया को कलछी से उठाएं और कड़ाही के किनारे पर थोड़ी देर रोकें ताकि ज्यादा घी कड़ाही में ही वापस चला जाए। इसके बाद इनको निकालकर प्लेट में रख लें। तैयार है सूजी मावा की गुजिया। पूरी तरह ठंडा होने के बाद इन्हें कंटेनर में डाल लें। ये गुजिया 10 दिन तक खा सकते हैं।