इतने प्रकार की होती है किशमिश, जान लें लाल-हरी और काली-पीली में से कौन सी किस समस्या में खाएं

किशमिश के प्रकार: किशमिश कई प्रकार से होते हैं और इनमें अनग-अलग प्रकार के गुण पाए जाते हैं। हर किशमिश को खाने का कारण अलग होता है। जैसे कि किसी को आप आयरन की कमी में खा सकते हैं तो, कुछ को आप पेट से जुड़ी समस्याओं में खा सकते है। इसके अलावा फाइबर से लेकर कुछ अलग-अलग विटामिन की वजह से भी आप इसे अलग-अलग स्थितियों में खा सकते हैं। तो, आइए जानते हैं किशमिश के प्रकार और कौन सा हेल्दी है।

 

किशमिश के प्रकार: किशमिश कई प्रकार से होते हैं और इनमें अनग-अलग प्रकार के गुण पाए जाते हैं। हर किशमिश को खाने का कारण अलग होता है। जैसे कि किसी को आप आयरन की कमी में खा सकते हैं तो, कुछ को आप पेट से जुड़ी समस्याओं में खा सकते है। इसके अलावा फाइबर से लेकर कुछ अलग-अलग विटामिन की वजह से भी आप इसे अलग-अलग स्थितियों में खा सकते हैं। तो, आइए जानते हैं किशमिश के प्रकार और कौन सा हेल्दी है।


काली किशमिश
काली किशमिश किशमिश का सबसे सामान्य प्रकार है जो आमतौर पर घरों में उपयोग किया जाता है। इन्हें अंगूर से तैयार किया जाता है। सूखने पर इसका रंग गहरा हो जाता है। इसे खाने से बाल नहीं झड़ते हैं। ये आंतों को साफ करता है। त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है। 

हरी किशमिश
हरी किशमिश पतली लेकिन आकार में लंबी होती है और आमतौर पर गहरे हरे रंग की होती है। वे रसदार, कोमल और फाइबर पोषक तत्वों से भरपूर होती है। ये दिल के लिए अच्छा है। एनीमिया से बचाता है। पाचन में मदद करता है।

 

लाल किशमिश
लाल किशमिश सबसे स्वादिष्ट प्रकार की किशमिश है जो लाल अंगूर से प्राप्त होती है। लोग इसे बीज रहित लाल अंगूरों से निकालते हैं और इसीलिए इन्हें 'लौ किशमिश' भी कहा जाता है। ये आकार में बड़े, मोटे और गहरे रंग के होते हैं। ये डायबिटीज के खतरे को कम करता है। दांतों के लिए अच्छा है। आंखों की रोशनी में सुधार होता है। 

सुल्ताना या सुनहरी किशमिश
सुल्ताना किशमिश का नाम तुर्की के हरे अंगूर के नाम पर रखा गया है जो विशेष रूप से थॉम्पसन बीज रहित अंगूर से तैयार किया गया है। किशमिश की तुलना में इनका रंग हल्का और आकार छोटा होता है। ये ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। सूजन कम करता है। पाचन में सहायक है। 

ब्लैक करंट किसमिस
ब्लैक करंट, किसमिस के प्रकारों में से एक है जो बहुत मीठा नहीं होता है और ये तीखा जैसा लगता है। यह आकार में तुलनात्मक रूप से छोटा है। ये ब्लैक कोरिंथ अंगूर से आते हैं जो बीज रहित और गहरे रंग के होते हैं। इसे खाने से गले की खराश शांत हो जाती है। ये इम्यूनिटी बढ़ाती है। ब्लड प्रेशर कम करती है। 

 मुनक्का
मुनक्का में मूल रूप से सूखे अंगूर होते हैं जो किशमिश की तुलना में आकार में बड़े होते हैं। इसके फल के अंदर एक बीज होता है। मुनक्का महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक रूप से बहुत अच्छा है। ये कब्ज ठीक करता है। हड्डियों को मजबूत बनाता है। वजन बढ़ाता है। 

तो,  इन कई प्रकार की किशमिश में से अपनी पसंदीदा किशमिश चुन सकते हैं। इसके अलावा, वे खनिज, विटामिन और फाइबर से भरपूर होते हैं जो पाचन में मदद करते हैं, आयरन को बढ़ावा देते हैं, हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखते हैं। तो, अपनी सेहत के अनुनार इनका चुनाव करें।