Health : हाथों और पैरों में रह-रहकर होती है झुनझुनी? शरीर में हो सकती है इस विटामिन की कमी

आपने कई बार देखा होगा कि थोड़ी देर बैठे रहो कि पैरों में झुनझुनी होने लगती है। इसके अलावा थोड़ी देर खड़े रहने में भी उंगलियों में झुनझुनी होने लगती है। साथ ही ये लक्षण आपको अपने हाथों में भी महसूस हो सकते हैं और आपको बार-बार परेशान कर सकता है। ऐसे में ये दिक्कत इस विटामिन की कमी से जुड़ा हुआ हो सकता है। दरअसल, इस विटामिन की कमी आपके न्यूरल गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। इससे नसों का काम काज प्रभावित हो सकता है और बार-बार आपके हाथ-पैरों में झुनझुनी आ सकती है।
 

आपने कई बार देखा होगा कि थोड़ी देर बैठे रहो कि पैरों में झुनझुनी होने लगती है। इसके अलावा थोड़ी देर खड़े रहने में भी उंगलियों में झुनझुनी होने लगती है। साथ ही ये लक्षण आपको अपने हाथों में भी महसूस हो सकते हैं और आपको बार-बार परेशान कर सकता है। ऐसे में ये दिक्कत इस विटामिन की कमी से जुड़ा हुआ हो सकता है। दरअसल, इस विटामिन की कमी आपके न्यूरल गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। इससे नसों का काम काज प्रभावित हो सकता है और बार-बार आपके हाथ-पैरों में झुनझुनी आ सकती है।

इस विटामिन की कमी से हाथों और पैरों में झुनझुनी हो सकती है
विटामिन बी12 की कमी (vitamin b12 tingling in hands and feet) के कारण आपको न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं जैसे हाथों और पैरों में पेरेस्टेसिया, मांसपेशियों में ऐंठन, चक्कर आना, संज्ञानात्मक गड़बड़ी, थकान,अवसाद जैसे मानसिक लक्षण और मैक्रोसाइटिक एनीमिया। लेकिन, इसका सबसे बड़ा फंक्शन मोटर नर्व और सेंसरी नर्व से जुड़ा हुआ हो सकता है। इसकी वजह से मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है और नसों में ताकत की कमी हो सकती है। जिस कारण हर कुछ देर पर आपकी नसें सो सकती है या फिर आपको रह-रहकर झुनझुनी हो सकती है। 

विटामिन बी12 की कमी से कैसे बचें
विटामिन बी12 की कमी में आप मीट, मछली, दूध, पनीर और अंडे का सेवन कर सकते हैं। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप फोटिफाइट फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें। इसके अलावा कोशिश करें कि कुछ मोटे अनाजों का सेवन करें।


इसके अलावा उन चीजों के सेवन से बचें जिनकी वजह से शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाए। जैसे कि शराब, कॉफी और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन। ये विटामिन बी12 का दोहन करते हैं और शरीर में इसकी कमी का कारण बनते हैं। तो, झुनझुनी से बचना है तो, इन फूड्स के सेवन से बचें और लक्षण दिखते ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें। ताकि, जरूरत पड़ने पर वो आपको इसका सप्लीमेंट दे सकें।