न करें पैर के दर्द को इग्नोर, Heart Attack के संकेतों में से एक! जानें 4 लक्षण

आजकल खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति हो सकती है। अधिकतर शरीर में नजर आने वाले लक्षण आपको कई बीमारियों से अवगत करा देते हैं और इसी तरह शरीर के कुछ संकेत ऐसे होते हैं, जो हार्ट अटैक से रिलेटेड करते हैं, लेकिन कभी-कभी जानकारी न होने पर हम कुछ चीजों को समझ नहीं पाते हैं और अनदेखा कर देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, हार्ट अटैक का आने मतलब सीने में दर्द नहीं बल्कि आपके उसमें पैर भी शामिल होते हैं। चलिए जान लेते हैं कि पैरों से कैसे पता करें हार्ट अटैक के संकेत, जिन्हें भूलकर भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।

 

आजकल खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति हो सकती है। अधिकतर शरीर में नजर आने वाले लक्षण आपको कई बीमारियों से अवगत करा देते हैं और इसी तरह शरीर के कुछ संकेत ऐसे होते हैं, जो हार्ट अटैक से रिलेटेड करते हैं, लेकिन कभी-कभी जानकारी न होने पर हम कुछ चीजों को समझ नहीं पाते हैं और अनदेखा कर देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, हार्ट अटैक का आने मतलब सीने में दर्द नहीं बल्कि आपके उसमें पैर भी शामिल होते हैं। चलिए जान लेते हैं कि पैरों से कैसे पता करें हार्ट अटैक के संकेत, जिन्हें भूलकर भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।

पैर की स्किन नीली होना
पैर की स्किन अगर नीली हो जाती हैं, तो इसका संकेत है हार्ट अटैक आ सकता है। असल में, हार्ट अटैक आने से पहले कई बार बॉडी में ब्लड सही से नहीं जा पाता है, जिससे शरीर के कई हिस्से नीले हो सकते हैं।

सूजन आना 
अगर पैर के आस पास आपको सूजन महसूस हो रही है या दिख रही है, तो हार्ट अटैक का संकेत होता है। क्योंकि हार्ट जब ठीक से काम नहीं करता है, तो खून कई बार पैरों में जम जाता है।

पैर का सुन्न होना 
कभी-कभी ऐसा होता है कि बैठे-बैठे पैर सुन्न पड़ जाते हैं, तो ये भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। अगर ऐसा कुछ भी दिख रहा है, तो बिना देर किए डॉक्टर से मिलें।

पैरों में कमजोरी आना
जिन लोगों के पैरों में हरदम समस्या रहती है, तो उन्हें भी दिल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा पैरों में दर्द की दिक्कत भी हमेशा बनी रहती है, तो फिर हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।

कैसे करें बचाव
पैरों में होने वाला दर्द और बढे हुए कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बैलेंस करने के लिए डाइट में हाई फैट का सेवन कम करें। इसके अलावा स्मोकिंग, शराब आदि से बिलकुल किनारा कल लें। रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए। जैसे- वॉक करें या हल्के-फुल्के व्यायाम कर सकते हैं।