छोटे बच्चों के लिए अमृत हैं नारियल पानी का सेवन, जानें इससे मिलने वाले फायदे 

 

​​​​​​​

बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उन्हें क्या खिलाया जा रहा हैं यह बहुत मायने रखता हैं। बच्चों के खानपान में पोषक तत्व युक्त कई आहार शामिल किए जाते हैं जिनमे से एक हैं नारियल पानी। इसमें उच्च मात्रा में पोटेशियम, सोडियम और नैचुरल शुगर होता है। हालांकि, पेरेंट्स इस विचार में रहते हैं कि क्या बच्चों को नारियल पानी पिलाना चाहिए? तो आपको बता दें कि बच्चों को रोजाना नारियल पानी देने से ये बार-बार होने वाले एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद करता है और कई तरह की परेशानियों से निजात दिलाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि नारियल पानी का सेवन कैसे बच्चों को फायदा पहुंचाएगा।

 

बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उन्हें क्या खिलाया जा रहा हैं यह बहुत मायने रखता हैं। बच्चों के खानपान में पोषक तत्व युक्त कई आहार शामिल किए जाते हैं जिनमे से एक हैं नारियल पानी। इसमें उच्च मात्रा में पोटेशियम, सोडियम और नैचुरल शुगर होता है। हालांकि, पेरेंट्स इस विचार में रहते हैं कि क्या बच्चों को नारियल पानी पिलाना चाहिए? तो आपको बता दें कि बच्चों को रोजाना नारियल पानी देने से ये बार-बार होने वाले एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद करता है और कई तरह की परेशानियों से निजात दिलाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि नारियल पानी का सेवन कैसे बच्चों को फायदा पहुंचाएगा।

त्वचा से अतिरिक्त तेल खत्म

नारियल पानी पीने से बच्चे की स्किन को नमी मिलती है और त्वचा से अतिरिक्त तेल खत्म होता है। नारियल पानी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-माइक्रोब्रियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो स्किन के इंफेक्शन से बचाते हैं। अगर बच्चे को टीएनज उम्र में एक्ने और दाग-धब्बे हो रहे हैं, तो उसे रोज नारियल पानी पिलाना शुरू करें।


पाचन के लिए है बेहतर

बच्चों को अक्सर कब्ज की शिकायत हो जाती है जिसे नारियल पानी से दूर किया जा सकता है। नारियल पानी में उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन में सुधार कर बार-बार होने वाले एसिड रिफलक्स को कम करता है। नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट करता है और शरीर को हाइड्रेट करने का नारियल पानी से बेहतर और कोई एनर्जी ड्रिंक नहीं है। इसमें उच्च मात्रा में पोटेशियम, सोडियम और नैचुरल शुगर होता है। यह बच्चे को डिहाइड्रेशन से बचा सकता है।

हड्डियों को बनाता है मजबूत

नारियल पानी में उच्च मात्रा में कैल्शियम होता है जिससे बच्चों की हड्डियां मजबूत और स्वस्थ बनती हैं। बच्चों में मूत्र मार्ग में संक्रमण का भी खतरा रहता है। नारियल पानी पीने से बच्चों में मूत्र मार्ग में इंफेक्शन का इलाज हो सकता है क्योंकि यह मूत्रवद्र्धक का काम करता है। इसका पौष्टिक पानी बच्चे के मूत्राशय से इंफेक्शन को निकाल देता है और पथरी होने के खतरे को कम कर देता है।


डायरिया में फायदेमंद

बच्चे में डायरिया के हल्के लक्षण होने पर होम मेड ग्लूकोज इलेक्ट्रोलाइट के तौर पर बच्चे को नारियल पानी पिलाया जा सकता है। नारियल पानी बच्चे के शरीर में तरल पदार्थों का स्तर संतुलित रख सकता है। इस आधार पर नारियल पानी को डायरिया के उपचार के लिए मददगार माना जा सकता है।

एनर्जी लेवल को बढ़ाता है

नारियल पानी में सोडियम और हेल्दी शुगर कंटेंट पाया जाता है। । इन पोषक तत्वों की उच्च मात्रा से शरीर हाइड्रेट रहता है और पानी की कमी की पूर्ति होती है। नियमित तौर पर बच्चों को नारियल पिलाने से उनके शरीर का एनर्जी लेवल बढ़ाने में मदद मिलती है।


रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं

बच्चे की कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में भी नारियल पानी सहायक हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार, नारियल पानी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत हो सकता है। इससे सामान्य सर्दी-जुकाम और फ्लू की समस्या दूर की जा सकती है। ऐसे में बच्चे में सर्दी-जुकाम के घरेलू उपचार के लिए नारियल पानी का सेवन करना लाभकारी हो सकता है।


पेट के कीड़ों को करता है खत्म

कई बार छोटे बच्चों को अक्सर पेट में कीड़ों की समस्या हो जाती है। पेट के कीड़ों से निजात पाने में भी नारियल पानी मददगार साबित हो सकता है। पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए रोजाना सुबह नारियल पानी पिलाना चाहिए।


बच्चों को कब, कितना और कैसे पिलाएं नारियल पानी?

एक हरे व ताजे नारियल में औसतन 250 से 300 मिलीलीटर पानी हो सकता है। ऐसे में एक नारियल का पानी दो या तीन हिस्सों में बांट कर बच्चे को दिनभर में दो से तीन बार में पिला सकते हैं। इसके साथ ही इस बात को भी ध्यान में रखना जरूरी है कि बच्चे के नारियल पानी में चीनी या किसी अन्य हेल्थ ड्रिंक पाउडर को न मिलाएं। बच्चे को सादा नारियल पानी पीने के लिए दें। छोटे बच्चों को प्रतिदिन ढाई मिलीलीटर नारियल पानी पिलाने से शरीर को 45 से 60 कैलोरी मिलती है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के मुताबिक बच्चों को 1 साल के बाद नारियल पीना देना बिल्कुल सुरक्षित है। 1 साल की उम्र से कम के बच्चों को मां के दूध के अलावा कुछ और नहीं देना चाहिए।