क्या एक व्यक्ति को एक समय पर हो सकता है Dengue और Chikungunya? यहां जानें

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इन दिनों डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। ये सभी जानलेवा बीमारियां मच्छर के काटने से फैलती हैं और लगभग सभी के लक्षण भी एक समान होते हैं। अक्सर दिमाग में सवाल आता है कि ये तीनों या इनमें से दो परेशानियां हमें एक साथ हो सकती हैं क्या? आइए जानते हैं। 

 

इन दिनों डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। ये सभी जानलेवा बीमारियां मच्छर के काटने से फैलती हैं और लगभग सभी के लक्षण भी एक समान होते हैं। अक्सर दिमाग में सवाल आता है कि ये तीनों या इनमें से दो परेशानियां हमें एक साथ हो सकती हैं क्या? आइए जानते हैं। 

डेंगू
डेंगू एक बेहद खतरनाक बीमारी है, इसके चलते इंसान अपनी जान तक गवां सकता है.डेंगू एडीज एजिप्ट प्रजाति के मच्छरों के काटने से फैलता है। इसमें इंसान को बुखार, रैशेज, सिरदर्द और प्लेटलेट काउंट में कमी होने जैसी शिकायतें होने लगती हैं। अगर मरीज कमजोर है और उसके शरीर में प्लेटलेट्स गिर रहे हैं तो स्थिति जानलेवा तक हो जाती है। 

मलेरिया
मलेरिया भी डेंगू की तरह खतरनाक बीमारी है। यह एनोफिलीज प्रजाति के मच्छरों द्वारा फैलती है। इनके डंक के जरिए शरीर में फ्लैवी वायरस फैल जाता है। मलेरिया में इंसान का शरीर टूटने लगता है और उसे बुखार, शरीर में दर्द, ठंड लगना और पसीना की शिकायत हो सकती है। 

चिकनगुनिया
चिकनगुनिया बीमारी भी मच्छर के काटने से फैलती है। चिकनगुनिया होने पर आपको बुखार, जोड़ों में दर्द, सूजन, थकान और त्वचा की खुजली की शिकायत हो सकती है। चिकनगुनिया वायरस से संक्रमित मच्छर जब किसी व्यक्ति को काट लेता है तो यह वायरस उस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है और व्यक्ति बुखार से पीड़ित हो जाता है। चिकनगुनिया जीजस मच्छर काटने से होता है।

 क्या एक समय पर हो सकती हैं तीनों बीमारियां?
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ये डेंगू और चिकनगुनिया बीमारियां एक साथ एक व्यक्ति को हो सकती हैं। डेंगू और चिकनगुनिया के कुछ लक्षण तो एक जैसे ही होते हैं। जैसे कि बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द आदि। वहीं दोनों परेशानियों में कुछ लक्षण एक दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं। 

दोनों बीमारियों के एक साथ होने पर खतरा कई गुना बढ़ जाता है। दोनों बीमारियां खून की प्लेटलेट्स और रक्तस्राव को प्रभावित करती हैं जो मुसीबत खड़ी कर सकता है। ऐसे में खून की जांच नियमित रूप से करवाते रहें और पर्याप्त आराम करें और तरल पदार्थों का सेवन खूब करें।