गर्मियों के दिनों में रहें लू से बचकर, डाइट में शामिल करें ये आहार
गर्मी ने कहर बरसाना शुरू कर दिया है। चिलचिलाती धूप और तेज गर्म हवाओं यानी लू के बीच घर से बाहर निकलना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। मगर रोजमर्रा के जरूरी कामों या ऑफिस आदि जाने के लिए लू में भी घर से बाहर निकलना ही पड़ता है। थकान, भूख न लगना, वॉमिटिंग और फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं भी इसी मौसम की देन हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको अपने आहार में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो शरीर को अंदरूनी रूप से ठंडक प्रदान करें। आज हम आपको जिन आहार के बारे में बताने जा रहे हैं उन्हें अगर अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो लू की चपेट में आने से बचे रहेंगे। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
गर्मी ने कहर बरसाना शुरू कर दिया है। चिलचिलाती धूप और तेज गर्म हवाओं यानी लू के बीच घर से बाहर निकलना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। मगर रोजमर्रा के जरूरी कामों या ऑफिस आदि जाने के लिए लू में भी घर से बाहर निकलना ही पड़ता है। थकान, भूख न लगना, वॉमिटिंग और फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं भी इसी मौसम की देन हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको अपने आहार में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो शरीर को अंदरूनी रूप से ठंडक प्रदान करें। आज हम आपको जिन आहार के बारे में बताने जा रहे हैं उन्हें अगर अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो लू की चपेट में आने से बचे रहेंगे। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
धनिया पत्ती
वैसे तो धनिया पत्ती खाने में ऊपर से गार्निश करने के काम आती है। इसे सलाद और कई तरह की चटनी बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। आप भी गर्मियों में लू से बचाव के लिए इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। कई पोषक तत्वों से भरपूर धनिया लू लगने से भी बचाता है।
खीरा
गर्मियों के मौसम में खीरा स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। लू से बचने में भी खीरा बहुत प्रभावशाली है। विटामिन A, B, K से भरपूर खीरा शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखता है। गर्मियों के मौसम में इसके सेवन से शरीर में ठंडक बनी रहती है। साथ ही खारा खाने से पानी की कमी भी पूरी होती है। हालांकि, खीरा खाने के तुरंत बाद अधिक पानी पीने से बचना चाहिए।
दही
दही कुदरती रूप से शीतलता प्रदान करने वाला पदार्थ है। दही, छाछ, लस्सी, रायता।। किसी भी रूप में इसका सेवन जरूरी है। सब्जियों के साथ यह एक परफेक्ट मील का काम करता है तो फलों के साथ बेहतरीन डेजर्ट बन जाता है। इसलिए लो-फैट दही का रोज सेवन करें। यह शरीर को ठंडक पहुंचाएगा।
तरबूज
तरबूज में पानी की भरपूर मात्रा होती है, जो आपको गर्मी की थकान और लू से बचने में मदद कर सकती है। तरबूज में शरीर के लिए महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट्स और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। तरबूज में मौजूद पोटैशियम और अमीनो एसिड मांसपेशियों के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं। तरबूज के जूस में सब्जा के बीज या पुदीना मिलाने से इसके कूलिंग गुणों को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
आम पन्ना
गर्मियों को आम का मौसम भी कहा जाता है। बाजारों में कच्चे-पके आमों से ठेलियां लदी हुईं नजर आती हैं। लू लगने से बचना है तो धूप में निकलने से पहले या धूप से आने के बाद आम पन्ना पिएं। यह शरीर को ठंडा रखता है। कच्चे आम को कुकर में उबाल लें और ठंडा होने पर इनके छिलके उतारें। गूदे को पानी, जीरा, शक्कर व एक चुटकी काले नमक के साथ पीस लें। लू लगने पर दिन में कई बार आम का पन्ना पीने से राहत मिलती है।
नारियल पानी
नारियल पानी को सेहत के लिए वरदान माना गया है। गर्मियों में रोजाना नारियल पानी पीने से शरीर में होने वाली पानी की कमी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा नारियल पानी का सेवन करने से व्यक्ति कई तरह के रोगों से भी दूर रहता है।
लौकी
ये सब्जी 96 प्रतिशत पानी से बनी है। इसलिए स्वाभाविक है कि ये ठंडक प्रदान करेगा और शरीर में भरपूर पानी का संचार करेगा। साथ ही इसमें पोटेशियम होता है जो रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर को कम रखने में मदद करता है और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखता है। थकान को रोकता है और गर्मियों के दौरान शरीर को ठंडा और ताज़ा रखता है।
पुदीना
पुदीने का शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है और यह पेट को शांत करने में मदद कर सकता है। अपने पेट को ठंडा रखने में मदद के लिए आप इसे अपने पेय या व्यंजन में शामिल कर सकते हैं। दही, छाछ या रायते में पुदीना मिलाने से आपको अधिक लाभ मिल सकता है। आप पुदीने की चटनी भी बना सकते हैं, जो लगभग सभी भारतीय घरों में बनाई जाती है।
प्याज का रस
गर्मी में धूप में निकलने से पहले नाखून पर प्याज घिसकर लगाने से लू नहीं लगती। इसके अलावा धूप में बाहर निकलते वक्त अगर छिला हुआ प्याज साथ हाथ में रखें तो भी लू से बचा जा सकता है। वहीं, लू लगने पर जौ के आटे के साथ प्याज के रस का पेस्ट बनाकर शरीर पर लगाने से राहत मिलती है।
सौंफ
सौंफ में ठंडक होती है। सौंफ का पानी हाइड्रेटेड रखने और मतली से निपटने का एक आसान और प्रभावी तरीका है। सौंफ को पाचन के लिए सबसे अच्छे मसालों में से एक माना जाता है और यह आपके पेट को ठीक रखता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है। सौंफ के पानी में भीगे हुए मेथी के कुछ बीज मिलाकर पीने से शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिलती है।