इम्युनिटी बढ़ाने के साथ वेट लॉस भी करती है गुड़ वाली चाय, बरसात के मौसम में जरूर करें ट्राई
बरसात के दिनों में संक्रमण का खतरा अचानक से बढ़ने लगता है। मौसम में आने वाले बदलाव से वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे मच्छर पनपते है बैक्टीरियल इंफेक्शन का सामना करना पड़ता है। संक्रमण से मुक्ति पाने के लिए यूं तो लोग कई प्रकार की औषधियों, घरेलू नुस्खों, चाय और डिटॉक्स वॉटर की मदद लेते हैं। मगर गुड़ एक ऐसा सुपरफूड है, जिससे तैयार चाय न केवल इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है बल्कि वेटलॉस में भी मददगार साबित होती है। जानते हैं गुड़ की चाय के फायदे और उसे तैयार करने की विधि।
बरसात के दिनों में संक्रमण का खतरा अचानक से बढ़ने लगता है। मौसम में आने वाले बदलाव से वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे मच्छर पनपते है बैक्टीरियल इंफेक्शन का सामना करना पड़ता है। संक्रमण से मुक्ति पाने के लिए यूं तो लोग कई प्रकार की औषधियों, घरेलू नुस्खों, चाय और डिटॉक्स वॉटर की मदद लेते हैं। मगर गुड़ एक ऐसा सुपरफूड है, जिससे तैयार चाय न केवल इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है बल्कि वेटलॉस में भी मददगार साबित होती है। जानते हैं गुड़ की चाय के फायदे और उसे तैयार करने की विधि।
गुड़ क्यों है स्वास्थ्य के लिए गुणकारी
इस बारे में मनिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा का कहना है कि गुड़ को रिफांइड शुगर से रिप्लेस करने से शरीर में पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है। चाय में गुड़ को एड करने से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखा जा सकता है। इसके अलावा गुड़ में मौजूद आयरन से बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है। गुड़ एक डिटॉक्सीफाइंग एजेंट है, जिसके सेवन से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को दूर करने में मदद मिलती है। इसका कैरेमल टेस्ट मूड बूस्टिंग में मदद करता है, जिसके चलते तनाव के बढ़ते स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।जर्नल ऑफ फूड प्रोसेसिंग एंड टेक्नोलॉजी के अनुसार गुड़ से शरीर को 70 सुक्रोज और 10 फीसदी से भी कम ग्लूकोज और फ्रुक्टोज मिलता है। इसके अलावा गुड़ में 5 फीसदी मिनरल्स भी पाए जाते हैं। चाय में गुड़ को मिलाने से शरीर को कैल्शियम, जिंक और फासफोरस की प्राप्ति होती है।
गुड़ की चाय के फायदे
इम्यून सिस्टम को करे बूस्ट
विटामिन और मिनरल से भरपूर गुड़ का सेवन करने से शरीर को मौसमी बीमारियों के खतरे से बचाने में मदद मिलती है। इसके सेवन से शरीर डिटॉक्स होता है और शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है, जिससे शरीर को समर कोल्ड और फ्लू के लक्षणों से राहत मिल जाती है। खाने के बाद इसका सेवन करने से शरीर में एनर्जी का स्तर बढ़ने लगता है।
पाचनतंत्र को करे मज़बूत
गुड़ में मौजूद माइक्रोन्युट्रिएंट्स की मात्रा से शरीर के डाइजेशन को मज़बूती मिलती है। इसके सेवन से शरीर में डाइजेस्टिव एंजाइम्स बढ़ जाते है, जिससे खाने के बाद पेट दर्द, ब्लोटिंग और एसिडिटी की समस्या हल हो जाती है। गुड़ में पाई जाने वाली लैक्सेटिव प्रॉपर्टीज़ कब्ज से भी राहत प्रदान करती है।
गुड़ वाली चाय बनाने की विधि
सामग्री
1 कप पानी
1 चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक
1 चम्मच गुड़ (स्वादानुसार)
1/2 चम्मच काली मिर्च पाउडर
1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर
1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
1 टी बैग या 1 चम्मच चाय पत्ती
1 चम्मच नींबू का रस (वैकल्पिक)
विधि
एक पैन में पानी उबालें। उबलते पानी में अदरक, काली मिर्च, दालचीनी और हल्दी पाउडर डालें। इसे 2-3 मिनट तक उबलने दें। इसके बाद चाय पत्ती या टी बैग डालें और एक मिनट तक और उबालें। गैस बंद करें और गुड़ डालकर अच्छे से मिलाएं। चाय को छानकर कप में डालें। अगर आप चाहें तो नींबू का रस भी मिला सकते हैं।