आयुर्वेद के मुताबिक इस तरह से खाएंगे आंवला तो मिलेगा ज्यादा फायदा

अक्सर हम लोग आंवला बालों की सेहत सुधारने के लिए डाइट में शामिल करते हैं। इसे सर्दियों में या तो हम जूस के तौर पर पीते हैं या फिर अचार बनाकर खाते हैं लेकिन आज हम आपको आयुर्वेद के मुताबिक इसे डाइट में शामिल करने का तरीका बता रहे हैं। अगर आप आयुर्वेदिक तरीके से इस डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपको काफी ज्यादा फायदा मिल सकता है। तो चलिए जानते हैं आयुर्वेद में किस तरह से आंवले का सेवन करना चाहिए।

 

अक्सर हम लोग आंवला बालों की सेहत सुधारने के लिए डाइट में शामिल करते हैं। इसे सर्दियों में या तो हम जूस के तौर पर पीते हैं या फिर अचार बनाकर खाते हैं लेकिन आज हम आपको आयुर्वेद के मुताबिक इसे डाइट में शामिल करने का तरीका बता रहे हैं। अगर आप आयुर्वेदिक तरीके से इस डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपको काफी ज्यादा फायदा मिल सकता है। तो चलिए जानते हैं आयुर्वेद में किस तरह से आंवले का सेवन करना चाहिए।

सभी किस्म के देसी और लोकल आंवले को इकट्ठा करके एक बरनी में डालना चाहिए। इसमें नमक डालकर इसे प्रिजर्व करें और हर रोज एक-एक आंवला खाएं। इससे आंवला को आप सालभर के लिए स्टोर कर सकते हैं। शरीर के वात पित्त कफ को संतुलन बनाए रखने में आंवला बहुत मदद करता है लेकिन इसे संयमित मात्रा में लिया जाए तब। एक्सपर्ट बताते हैं कि हमेशा छोटे साइज के आंवले चुनें। आंवला में सभी तरह के रस होते हैं सिवाए नमक के, इसलिए आपको नमक के साथ ही इसका सेवन हर रोज करना चाहिए, आंवले में ऐले गुण होते हैं जैसे एक मां अपने बच्चे की रक्षा करती है।

आंवला को शहद के साथ खाया जा सकता है,यह स्वास्थय के लिए फायदेमंद होता है और इसके सेवन मे कोई आपत्ति नहीं हालांकि बिना नमक के आंवला अधूरा होता है। आंवले को फायदे के लिए खाना चाहते हैं तो कभी भी इसमें मिर्च तेल डालकर, अचार बनाकर न खाएं।