कांग्रेस पार्टी से वाराणसी शहर दक्षिणी के लिए अनुभवी आर्किटेक्ट मुदिता कपूर को टिकट

वाराणसी में शहर दक्षिणी विधानसभा से कांग्रेस की ओर से आर्किटेक्ट मुदिता कपूर को टिकट दिया गया है. ऐसे में वे  'लड़की हूं लड़ सकती हूं ' के नारे पर चुनाव लड़ रही है और जनता की सेवा करने के लिए वादे कर रही हैं. 
 

वाराणसी: कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश चुनाव में महिलाओं के लिए 40 प्रतिशत सीट रिजर्व करने के वादे के अनुरूप वाराणसी शहर दक्षिणी विधानसभा से अनुभवी आर्टिटेक्ट मुदिता अग्रवाल कपूर (40) को टिकट दिया है. वाराणसी के प्रतिष्ठित अग्रवाल परिवार से जुड़ीं श्रीमती मुदिता कपूर कांग्रेस युवा नेता व उत्तर प्रदेश कांग्रेस के रिसर्च सेल के अध्यक्ष कर्मठ नेता गौरव कपूर की पत्नी हैं.

 'लड़की हूं लड़ सकती हूं ' में विश्वास करने वाली श्रीमती मुदिता कपूर अनुभवी आर्किटेक्ट ही नहीं बल्कि समाजसेवी, कमजोर वर्गों की हितैसी और नारी हितों के लिए लड़ने वाली एक जुझारू महिला भी हैं. श्रीमती कपूर ने स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्टिटेक्टचर, नई दिल्ली से आर्किटेक्ट की पढ़ाई की हैं. उन्होंने सेंट जॉन मढौली, वाराणसी से भी शिक्षा प्राप्त की हैं. 

उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने  पति गौरव कपूर द्वारा जरूरतमन्दों को राशन, कॉन्संट्रेटर, मास्क आदि बांटने में काफी मदत कीं. वह महिला मंडल के साथ थैलसीमिया किट्स बांटने में भी सक्रिय रहीं हैं. वह मेडिकल कैम्प व गर्ल्स चाइल्ड एजुकेशन के लिए भी प्रयत्नशील रही हैं.

कांग्रेस इन मुद्दों पर लड़ रही चुनाव

कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 10 दिनों के अंदर किसानों के सभी कर्ज माफ करने का ऐलान किया है तो झुग्गीवासियों को जमीन का अधिकार देने का दांव चला है. अपने घोषणापत्र में बिजली के बिल को हाफ (आधा) करने और कोरोना काल के बकाये बिजली बिल को माफ करने का वादा भी किया है. संविदा कर्मचारियों, शिक्षामित्रों व तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण का ऐलान कर इन वर्गों पर डोरे डालने का प्रयास किया है.

अनुसूचित जाति व जनजाति के बच्चों को केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा और इन वर्गों के सरकारी कर्मचारियों को प्रोन्नति में आरक्षण देने के साथ ही दलित समुदाय के व्यक्ति को सूबे का गृह मंत्री बनाने की मंशा जताकर दलितों को साधने की कोशिश की है. अन्य पिछड़ा वर्ग की उप जातियों को आरक्षण का लाभ देने और सबसे पिछड़ा वर्ग के लिए उप कोटा शामिल करने का इरादा जाहिर किया है. अपने सांस्कृतिक एजेंडे में भगवान परशुराम को शामिल करते हुए उनकी जयंती पर राज्य में अवकाश घोषित करने का ऐलान किया है.