दुकानें बंद होने पर झोले में शराब रखकर बिक्री का चल रहा धंधा, एक और सेल्समैन पकड़ाया  

कृषि प्रधान जनपद में शराब के शौकीनों की कमी नहीं। आबकारी व राजस्व विभाग के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं। जिले में हर साल लगभग 300 करोड़ का धान बिकता है तो 350 करोड़ की शराब बिकती है। शौकीनों की यही तलब जिले में शराब की अवैध बिक्री के धंधे को बढ़ावा दे रही है। 
 

चंदौली। कृषि प्रधान जनपद में शराब के शौकीनों की कमी नहीं। आबकारी व राजस्व विभाग के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं। जिले में हर साल लगभग 300 करोड़ का धान बिकता है तो 350 करोड़ की शराब बिकती है। शौकीनों की यही तलब जिले में शराब की अवैध बिक्री के धंधे को बढ़ावा दे रही है। 

इसी क्रम में लगातार दूसरे दिन अलीनगर पुलिस ने झोले में रखकर शराब की बिक्री करने वाले एक और सेल्समैन को रेमा स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान के पास से पकड़ लिया। उससे पूछताछ के बाद मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया गया। सोमवार को भी पुलिस व आबकारी विभाग की टीम ने एक सेल्समैन को इसी स्थान पर पकड़ा था।

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति रेमा गांव में झोले में रखकर देशी शराब बेच रहा है। इस पर प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार सिंह दलबल के साथ गांव पहुंचे। रेमा स्थित अंग्रेजी दुकान के समीप एक व्यक्ति झोला लिए दिखाई दिया। पुलिस को देखकर सरकने का प्रयास करने लगा। पुलिसकर्मियों ने उसे दौड़ाकर दबोच लिया। झोले की तलाशी लेने पर 62 शीशी देशी शराब बरामद की गई। गिरफ्तार आरोपित की पहचान बबुरी थाना क्षेत्र के मवइयां गांव निवासी सत्येंद्र जायसवाल के रूप में हुई है। 

पकड़ा गया आरोपी मवइंयां में देशी शराब की दुकान का सेल्समैन है। पुलिस को पूछताछ में बताया कि इस समय शराब की दुकानें शाम सात बजे ही बंद हो जा रहीं, लेकिन लोग देर रात तक इसकी डिमांड करते हैं। ऐसे में रात के वक्त दुकान से शराब निकालकर झोले में रख लेता हूं और इसकी ऊंचे दाम पर बिक्री करता हूं। इससे अच्छी आमदनी होती है।