मतदान कार्मिकों को शुक्रवार से नवीन मंडी परिसर में दिया जाएगा प्रशिक्षण, तैयारी पूरी 

मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी परिसर में शुक्रवार से शुरू होगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। कार्मिकों की 800-800 का बैच बनाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण का क्रम 17 अप्रैल तक चलेगा। इसमें 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के दिन छुट्टी रहेगी। 
 

चंदौली। मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी परिसर में शुक्रवार से शुरू होगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। कार्मिकों की 788-788 का बैच बनाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण का क्रम 17 अप्रैल तक चलेगा। इसमें 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के दिन छुट्टी रहेगी। 

मतदान कार्मिकों के डाटा का दो बार रेंडमाइजेशन किया गया। जिले में 9436 मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगी है। इसमें 2359 पीठासीन अधिकारी बनाए गए हैं। इतनी ही संख्या में क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय मतदान अधिकारी बनाए गए हैं। 1555 रिजर्व कार्मिकों की ड्यूटी मैनुअल ढंग से लगाई गई है। इसमें 212 पीठासीन, 459 प्रथम मतदान, 459 द्वितीय मतदान और 425 तृतीय मतदान अधिकारी बनाए गए हैं। 

पंचायत चुनाव के लिए कुल 2359 पोलिंग पार्टियों का गठन किया गया है। कार्मिकों को सुबह नौ से 12 व दोपहर दो से पांच बजे तक दो पालियों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। आयोग ने इस बार एक साथ सभी कार्मियों को प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश दिया है। ऐसे में प्रत्येक पाली में 788 कार्मिकों को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। 

दोनों पालियों में मिलाकर प्रतिदिन 1576 को पंचायत चुनाव की बारीकियां सिखाई जाएंगी। सबसे अंत में 16 व 17 अप्रैल को रिजर्व पोलिंग पार्टियों को 1555 कार्मिक प्रशिक्षित किए जाएंगे। कार्मिकों के विभागाध्यक्षों को ड्यूटी आदेश का वितरण कर दिया गया है। प्रशिक्षण स्थल पर कार्मिकों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इस दौरान जो भी कार्मिक अनुपस्थित रहेंगे। उन्हें नोटिस जारी कर दूसरे दिन प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा। यदि निर्देशों की अवहेलना जारी रही तो उनके विरूद्ध कार्रवाई भी हो सकती है। 

पंचायत चुनाव में इस बार संविदाकर्मियों को भी मतदान कार्मिक बनाया गया है। उन्हें द्वितीय अथवा तृतीय मतदान अधिकारी नियुक्त किया गया है। मतदान के दौरान बैलेट बाक्स की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाएगी। मसलन मतदाताओं से बैलेट पेपर मोड़कर बाक्स में डलवाएंगे। साथ ही इससे संबंधित अन्य जिम्मेदारियां भी निभाएंगे।