लतीफशाह कुंड में नहाते समय बीएचयू मेडिकल के दो छात्र डूबे, देर शाम तक नहीं चल सका पता
चंदौली। चकिया कोतवाली क्षेत्र के लतीफशाह बीयर कुंड में सोमवार की शाम बीएचयू में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले दो छात्र डूब गए। सूचना के बाद एसडीएम व कोतवाल मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की टीम बुलाकर लापता छात्रों को ढूढने में जुटी रही। लेकिन देर शाम तक लापता छात्रों का पता नहीं चल सका।
कोलकाता निवासी विकास दत्त (25), मथुरा निवासी शिवम सैनी (26), उत्तराखंड के नैनिताल निवासी हर्षवर्धन (25) और जमशेदपुर के रहने वाले रोशन कुमार (25) बीएचयू में मेडिकल की पढाई करते थे। सोमवार की दोपहर चारों कार से घूमने के लिए तलीफशाह बीयर पहुंचे थे।
पहाड़ियों पर सैर सपाटा करने के बाद बंधी से जहां पानी गिरता है, वहां पहुंच गए। विकास लतीफशाह के कुंड के ठंडे पानी मे उतरकर नहाने लगा। इसी दौरान पानी में डूबने लगा। उसे डूबता देख बचाने के लिए साथी शिवम सैनी भी पानी में कूद पड़ा। हालांकि वह भी डूबने लगा। यह देख दूसरे साथी शोर मंचाने लगे। घटनास्थल पर जुटे लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
सूचना के बाद एसडीएम अजय मिश्रा, कोतवाल नागेंद्र प्रताप सिंह फोर्स के साथ पहुंचे। गोताखोरों की मदद से पानी में डूबे युवकों की तलाश कराई गई, लेकिन उनका अता-पता नहीं चल सका। घटना से हर्षवर्धन और रोशन रोने-बिलखने लगे। पुलिस उन्हें समझा-बुझाकर कोतवाली ले आए। देर शाम तक लापता छात्रों का पता नहीं चल सका था।
कई जिन्दागियां लील चुका है कुंड
लतीफशाह बीयर का कुंड पहले भी कई जिन्दागियां लील चुका है। मानसून सीजन में यहां की सुरम्य वादियों में लोग पिकनिक मनाने आते हैं। इस दौरान कुंड से स्नान करते वक्त अक्सर लोग डूब जाते हैं। कुंड की गहराई इतनी अधिक है कि जल्दी शवों का भी पता नहीं चल पाता है। हादसों के बावजूद प्रशासन अलर्ट नहीं है। लोगों की मानें तो ऐसे स्थानों पर स्नान प्रतिबंधित कर देना चाहिए अथवा गोताखोरों की टीम तैनात रहनी चाहिए। ताकि इस तरह की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।