पकड़े जाने के डर से मंगरौर पुल से कर्मनाशा नदी में कूद गए तीन पशु तस्कर, गई जान 

चकिया कोतवाली के मंगरौर पुल पर बुधवार की भोर में पुलिस ने तीन पशु तस्करों को दोनों तरफ से घेरा तो पकड़ जाने के डर से पशु तस्कर कर्मनाशा नदी में कूद गए। इसमें दो की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। तस्कर पिकअप वाहन से आठ गोवंशों को लादकर बिहार जाने की फिराक में थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 
 

चंदौली। चकिया कोतवाली के मंगरौर पुल पर बुधवार की भोर में पुलिस ने तीन पशु तस्करों को दोनों तरफ से घेरा तो पकड़ जाने के डर से पशु तस्कर कर्मनाशा नदी में कूद गए। इसमें दो की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। तस्कर पिकअप वाहन से आठ गोवंशों को लादकर बिहार जाने की फिराक में थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आईजी एसके भगत और एसपी अमित कुमार ने घटनास्थल का जायजा लिया। 

जानकारी के अनुसार तस्कर पशुओं को लेकर बिहार जाने की फिराक में थे। पुलिस को इसकी भनक लगी तो पीछा किया। मंगरौर पुल के पास तस्करों को दोनों तरफ से घेर लिया गया। तस्करों के लिए आगे जाने का कोई चारा नहीं बचा तो तीनों तस्कर सरेंडर करने की बजाय भागने के इरादे से पुल से नदी में कूद पड़े। पुलिस ने वाहन से आठ मवेशी बरामद किए। 

पुलिस ने नदी में उतरकर देखा तो दो तस्करों की मौत हो गयी थी। एक कि सांसे चल रही थीं। उनके पास मिले मोबाइल और आधार कार्ड से उनकी पहचान दीपक (28) निवासी जौनपुर, बाढू (25) व चंद्रकेश निवासी घुरहूपुर (चकिया) के रूप में हुई। हालांकि पुलिस पीछा करने से इंकार कर रही है। 

कोतवाल का कहना है कि पुल पर जाम लगने की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। कोतवाल नागेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, घायल मिले पशु तस्कर चंद्रकेश का बयान संयुक्त चिकित्सालय में लिया गया है। मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। सूचना के बाद एमपी अमित कुमार ने भी चकिया कोतवाली और घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सुबह करीब साढ़े दस बजे आईजी एसके भगत पहुंचे। एसपी के साथ घटनास्थल का जायजा लिया। घटना के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।